मध्य प्रदेश पटवारी परीक्षा की टॉपर मधुलता का खुलासा: मैंने 15 लाख देकर सेलेक्शन कराया, एग्जाम रद्द ना किया जाए

मधुलता के बयान से राज्य का सियासी तापमान भी चढ़ गया है। कांग्रेस ने मधुलता का वीडियो सोशल मीडिया पर डालते हुए बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लिया है।

Dheerendra Gopal | Published : Jul 17, 2023 3:48 PM IST / Updated: Jul 18 2023, 09:41 AM IST

Madhya Pradesh Patwari exam: मध्य प्रदेश पटवारी परीक्षा में हुई धांधली खुलने के बाद अब साक्ष्य भी सामने आ रहे हैं। पटवरी परीक्षा में टॉपर्स की लिस्ट में छठवीं स्थान पाने वाली लड़की मधुलता गड़वाल ने बड़ा खुलासा करके पूरे तंत्र को सांसत में डाल दिया है। वीडियो के माध्यम से मधुलता ने अपने बयान में यह सार्वजनिक किया है कि वह पटवारी परीक्षा में सेलेक्शन के लिए 15 लाख रुपये दी थी। मधुलता के बयान से राज्य का सियासी तापमान भी चढ़ गया है। कांग्रेस ने मधुलता का वीडियो सोशल मीडिया पर डालते हुए बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लिया है।

क्या कहा मधुलता गड़वाल ने अपने बयान में?

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पटवारी परीक्षा देने वाली मधुलता गड़वाल ने वीडियो जारी कर बताया है कि उसका नाम मधुलता गड़वाल है। उसके पिता का नाम लालपति राम है। वीडियो में गड़वाल ने कहा कि मेरे बारे में यह चर्चा है कि मैंने 15 लाख रुपये दिए तो उस पर मैं कहना चाहती हूं। हां, मैंने 15 लाख दिए। मैं और मेरे पापा इसके लिए माना। इसका मतलब यह नहीं है कि मैंने पढ़ाई नहीं की। मैंने भी तैयारी की। साथ ही यह भी माना कि अभी तक जो भी हुआ समें मेरी भी गलती है। मधुलता ने वीडियो के माध्यम से सरकार से यह अपील की है तो जो भी मेरे जैसे हैं उनको कोई पद नहीं दीजिए, उनको निकाल दीजिए लेकिन जो सही तरीके से परीक्षा में बैठे हैं उनका भविष्य मत खराब करिए। उसने अपील की कि उसे या उसके साथ के अन्य को गलत न समझा जाए। किसी को अगर ऐसा ऑफर मिलता तो कोई भी यही करेगा।

क्या है पूरा मामला पटवारी परीक्षा धांधली का?

मध्य प्रदेश में गुरुवार को पटवारी परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया गया। रिजल्ट आते ही यह आरोप लगे कि अधिकतर टॉपर एक परीक्षा सेंटर के ही हैं। छात्रों ने मांग कि मंडल की तरफ से टॉपर्स की लिस्ट जारी हो। साथ ही यह मांग की गई कि कौन टॉपर कहां से परीक्षा दिया, इसे भी जारी किया जाए। जब बीते दिनों टॉपर्स की लिस्ट जारी की गई तो यह साफ हो गया कि टॉप में सात कैंडिडेट तो ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग परीक्षा केंद्र के हैं। इसके बाद 13 जुलाई को प्रदेश के कई शहरों में छात्रों ने हंगामा और प्रदर्शन शुरू कर दिया।

बीजेपी विधायक का कॉलेज

एनआरआई कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बीजेपी विधायक संजीव कुशवाह का कॉलेज है। वह भिंड से विधायक हैं। परीक्षा मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल यानी ईएसबी ने आयोजित की थी। विपक्ष ने शिवराज सरकार को घेरा है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार में जांच की मांग करना बेकार है। वह हमेशा से बड़ी मछलियों को बचाते रहे हैं। शिवराज सरकार के कार्यकाल में व्यापमं, आरक्षक भर्ती, नर्सिंग, कृषि विस्तार अधिकारी सहित कई परीक्षाएं हुई जिसमें व्यापक स्तर पर धांधलियां हुई हैं। उधर, आरोपी विधायक संजीव कुशवाह ने कहा कि परीक्षा में धांधली को लेकर कॉलेज का कोई रोल नहीं है। परीक्षा कराने वाली एजेंसी ने उनके कॉलेज को अधिग्रहित किया। कॉलेज ने सिर्फ बिल्डिंग और कंप्यूटर दी। परीक्षा एजेंसी करवाती है।

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