एमपी के सीएम मोहन यादव ने आज गुरूवार को मंत्रालय में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के अंतर्गत राज्य में पहले तीन आवेदकों को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र प्रदान कर शुभकामनाएं दीं।
भोपाल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को मध्यप्रदेश नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के अंतर्ग राज्य के प्रथम तीन आवेदकों को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र दिए गए। मध्य प्रदेश में नागरिकता पाने वाले पहले नागरिक हैं, जिनको अब भारत का नागरिक कहा जाएगा।
मध्य प्रदेश में नागरिकता पाने वाले पहले नागरिक
दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन तीनों विदेशी लोगों को अपने हाथ से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के तहत नागरिकता दी। तीनों को एक-एक करके भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र दिए। अब से यह तीनों लोग मध्य प्रदेश के निवासी कहलाएंगे। बता दें कि यह तीनों लोग मध्य प्रदेश में नागरिकता पाने वाले पहले नागरिक बन गए हैं। इन लोगों को भारत सरकार पर भरोसा था, इसलिए वह आए और उनको उनका अधिकार मिल गया। बता दें कि 2012 से ये भारत में रह रहे हैं। और तीनों ने इन्होंने CAA के अंतर्गत मई में आवेदन किया था
नरेंद्र मोदी के कराण सीएएस आया और अब नागरिकता मली
मुख्यमंत्री ने अपनी स्पीच में कहा-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएए के तहत ऐसे लोगों को सुरक्षा दी है, जिनको कहीं सहारा नहीं था। अब लग रह है कि हमारे परिवार को लोग वापस आ रहे हैं। क्योंकि यह लोग अपना धर्म बचाना चहाते हैं। हम इन लोगों का स्वगत करते हैं। जो भी आएगा केंद्र और राज्य सरकार उनको बाकाएदा सम्मान के साथ भारतीय नागरिकता दी जाएगी।
इन तीन लोगों को मिली भारत की नागरिकता
बता दें कि मध्य प्रदेश में पहली नागरिकता पाने वाले इन तीनों नागरिकों में से दो तो पाकिस्तान से हैं तो एक युवक बांग्लादेश से हैं। तीनों के जिसमें समीर सेलवानी, संजना सेलवानी पाकिस्तानी हैं तो राखी दास बांग्लादेश की रहने वाली है। लेकिन अब यह लोग विदेशी नहीं भारत के कहलाएंगे। जो कभी अखंड भारत का हिस्सा था। मंत्रालय में इन तीनों को सर्टिफिकेट दिए गए हैं।