मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले है। कुछ दिन पहले ही CM शिवराज ने प्रदेश का अंतिम बजट जारी कर हर वर्ग को साधने का सफल प्रयास किया। अब रीवा शहर पहुंचे सीएम ने संबल योजना कार्यक्रम के दौरान प्रदेशवासियों को दी बड़ी सौगात।
रीवा (rewa news). मध्य प्रदेश के रीवा शहर के मऊगंज इलाके से बड़ी खबर सामने आई है। शनिवार के दिन संबल योजना कार्यकम अटेंड करने पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यहां की जनता को बड़ी सौगात दे दी है। दरअसल संबल योजना के लाभार्थियों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मऊगंज पहुंचे सीएम शिवराज ने मऊगंज को जिला बनाने की घोषणा की। ये प्रदेश का 53वां जिला होगा। सीएम शिवराज ने कहा कि आज यानि की 4 मार्च से मऊगंज को जिला बनाने की प्रक्रिया शुरू होती है। 15 अगस्त को जिला मुख्यालय में तिरंगा फहराया जाएगा। नया जिला बनने की खबर सुनने के बाद लोगों में खुशी का माहौल है। हालांकि इसे जिला बनाने की घोषणा सीएम ने 4 साल पहले कर दी थी लेकिन पार्टी की हार होने से यह काम नहीं हो सका जो कि अब हो रहा है।
पिछले चुनाव के सफल परिणाम को बनाए रखने की कोशिश
दरअसल इस साल प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने है। पिछली बार हुए विस चुनावों में विंध्य क्षेत्र में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जबरदस्त जीत हासिल की थी। अब एक बार फिर सीएम ने इस बार विंध्य की जनता को खुश करने और आगामी चुनाव में इस इलाके को साधने का प्रयास किया गया है। अभी तक मऊगंज तहसील रीवा जिले में आती थी लेकिन अब यह खुद अपने आप में जिला बन जाएगा। मऊगंज को जिला बनाने के लिए 15 महीनों के लिए सरकार बनाने में सफल हुए कांग्रेस पार्टी के सीएम कमलनाथ ने किया था ऐलान।
जिला बनने के बाद होगे ये परिवर्तन
दरअसल मऊगंज जिला बनने के बाद इसमें मऊगंज और देवतालाब दो विधान सभा सीटे होंगी। साथ ही इसमें 4 नई तहसील हनुमना, नईगढ़ी, मऊगंज, देवतालाब मिलेगी। इसके अलावा अब रीवा संभाग में 5 जिले हो जाएंगे। अभी तक इसमें रीवा, सतना, सीधी और सिंगरौली जिले शामिल थे। जानकारी हो कि सीएम ने घोषणा की थी यदि पार्टी सत्ता में वापस आई तो मऊगंज को जिला बना दिया जाएगा लेकिन पार्टी चुनाव हार गई और सीएम की यह प्लानिंग नई सरकार बनने के चलते ठंडे बस्ते में चली गई।
इतने गांव कस्बे हुए शामिल
रीवा जिले से करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर है स्थित मऊउगंज तहसील। अब नए जिला बनने के बाद इसमें 1070 गांवों को शामिल किया गया है। 12 राजस्व मंडल और 264 पटवारी हल्के होंगे। रीवा जिले में अभी 2817 गांव, 12 तहसील, 857 पटवारी हल्के तथा 42 राजस्व निरीक्षक अंचल हैं।