इंदौर. 30 मार्च को रामनवमी पर हवन के दौरान बावड़ी की छत धंसने से 36 लोगों की मौत पर मचा बवाल थमते ही प्रशासन का एक्शन भी ठंडे बस्ते में चला गया है। प्रशासन ने 3 अप्रैल को मंदिर का अवैध अतिक्रमण तोड़ दिया था। साथ ही बावड़ी को पूर दिया था, लेकिन इस हादसे के लिए अब तक किसी पर कोई क्रिमिनल केस दर्ज नहीं कर पाया है।