Simhastha 2028: उज्जैन की धरती पर दिखेगा भारतीय संस्कृति का अद्भुत वैभव, जानिए क्या-क्या होगा नया?

Published : Sep 29, 2025, 02:14 PM IST
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सार

Simhastha 2028 Mystery: क्या उज्जैन सिंहस्थ-2028 में भारतीय संस्कृति का ऐसा वैभव दिखाएगा जिसे पूरी दुनिया चकित होकर देखेगी? शिप्रा नदी पर 30 किमी घाट, 4 नए पुल, मंदिरों का विस्तार और मेट्रो का सपना... आखिर क्या है उज्जैन की बदलती तस्वीर का राज?

भोपाल/उज्जैन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को कहा कि आने वाला सिंहस्थ-2028 भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का ऐसा अद्भुत संगम होगा, जिसे पूरी दुनिया देखेगी। उज्जैन को देश और दुनिया के नक्शे पर नई पहचान दिलाने के लिए सरकार लगातार बड़े कदम उठा रही है। सीएम ने उज्जैन में करीब 370 करोड़ रुपए की लागत वाले 11 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया और साथ ही 7 मंजिला संयुक्त प्रशासनिक भवन की आधारशिला रखी। इसके अलावा, उन्होंने शिप्रा नदी, प्रमुख मंदिरों और शहर की कनेक्टिविटी को लेकर भी बड़े ऐलान किए।

आखिर क्यों खास है सिंहस्थ 2028 और दुनिया क्यों करेगी इसका इंतजार?

सिंहस्थ महाकुंभ, भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक मेला माना जाता है। उज्जैन में हर 12 साल में लगने वाले सिंहस्थ में करोड़ों श्रद्धालु आते हैं। लेकिन 2028 का सिंहस्थ कई मायनों में अलग और ऐतिहासिक होगा।

  • सरकार ने इसके लिए 2675 करोड़ रुपए के 33 बड़े प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है। 
  • शिप्रा नदी पर 30 किलोमीटर लंबे घाटों का निर्माण और पुराने घाटों का कायाकल्प किया जा रहा है।
  • करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था की जाएगी।
  • शिप्रा नदी पर 77 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से 4 नए पुल बनाए जा रहे हैं।

उज्जैन के प्रमुख मंदिरों का होगा विस्तार-और बढ़ेगा आध्यात्मिक आकर्षण

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ की तैयारियों के साथ-साथ उज्जैन के प्रमुख मंदिरों का भी विस्तारीकरण किया जाएगा। भगवान महाकाल मंदिर, कालभैरव और गढ़कालिका मार्ग से जुड़े विकास कार्य उज्जैन की धार्मिक पहचान को और मजबूत करेंगे।

7 मंजिला नया प्रशासनिक भवन-सुशासन का नया प्रतीक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन में 135 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले संयुक्त प्रशासनिक भवन का भूमिपूजन किया। यह भवन पूरी तरह अत्याधुनिक होगा और लोक-कल्याण का उदाहरण बनेगा।

  • सभी जिला कार्यालय एक ही छत के नीचे काम करेंगे। 
  • अधिकारियों के लिए नए आवासीय भवन भी बनाए जाएंगे। 
  • इससे आमजन को प्रशासनिक सेवाएं तेजी से मिलेंगी।

मेट्रो, पुल और सड़कें-क्या बदल जाएगी उज्जैन की काया?

सीएम यादव ने कहा कि उज्जैन में जल्द ही मेट्रो ट्रेन भी आएगी। शिप्रा नदी पर पुलों की श्रृंखला, शहर के प्रवेश द्वारों पर विश्राम गृह और नए सिविल अस्पताल का निर्माण उज्जैन की तस्वीर बदल देगा।

मुख्य प्रोजेक्ट्स में शामिल हैं-

  • शिप्रा नदी पर 27 करोड़ का नया पुल।
  • लालपुल के पास रेलवे पुल के समानांतर 17.69 करोड़ का नया 4 लेन पुल।
  • कालभैरव मंदिर मार्ग पर 13.96 करोड़ का टू लेन पुल।
  • 200 बिस्तरीय नया अस्पताल (24.08 करोड़ की लागत से)।
  • मुल्लापुरा में नया सर्किट हाउस (49.10 करोड़)।

उज्जैन को मिली नवरात्रि पर सौगात

नवरात्रि के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लगभग 370 करोड़ रुपये की राशि से 11 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इनमें नवीन संयुक्त प्रशासनिक भवन, पुल, विश्राम गृह और अस्पताल शामिल हैं।

  • 135 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा संयुक्त प्रशासनिक भवन
  • 200 बिस्तरों का नया अस्पताल भवन
  • 50 कक्षों का नया सर्किट हाउस
  • पंचक्रोशी यात्रा मार्ग पर सुविधा केंद्र

शिप्रा नदी होगी और भव्य-क्या सच में बदल जाएगी पहचान?

  • शिप्रा नदी, जिसे मोक्षदायिनी माना जाता है, सिंहस्थ की आत्मा है। 
  • सरकार 30 किलोमीटर लंबे नए घाट बना रही है।
  • 77 करोड़ की लागत से 4 नए ब्रिज बनाए जा रहे हैं। 
  • पुराने घाटों का कायाकल्प होगा ताकि श्रद्धालुओं को आधुनिक सुविधाएं मिलें।

खास बात: आने वाले समय में शिप्रा नदी को लोग “पुलों वाली नदी” के नाम से जानेंगे।

किसानों और श्रद्धालुओं दोनों के लिए योजनाएं

सरकार का कहना है कि सिंहस्थ के सभी कार्य साधु-संतों की मंशानुसार किए जा रहे हैं। इसके अलावा किसानों के लिए भावांतर योजना को भी लागू किया गया है, जिससे 35 लाख से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा। सीएम यादव ने कहा कि सिंहस्थ की तैयारी सिर्फ धर्म और अध्यात्म तक सीमित नहीं है, बल्कि किसानों को भी लाभ पहुंचाया जा रहा है।

  • भावांतर योजना के जरिए अब तक 35 लाख से अधिक किसानों को फायदा मिला है। 
  • सिंहस्थ के दौरान साधु-संतों की मंशा के अनुसार ही विकास कार्य होंगे। 
  • श्रद्धालुओं के लिए क्राउड मैनेजमेंट और कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

क्या सिंहस्थ-2028 उज्जैन का भविष्य बदल देगा?

 सिंहस्थ-2028 निश्चित ही उज्जैन और मध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक होगा। विकास कार्यों की रफ्तार और सरकारी घोषणाएँ दर्शाती हैं कि उज्जैन को एक आधुनिक धार्मिक नगरी में बदलने का सपना देखा जा रहा है लेकिन, यह सपना कितना सच होगा और कितना अधूरा रह जाएगा, यह समय ही बताएगा।

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