आर्टिकल 370 देखने MP सीएम मोहन यादव ने की जनता से अपील, फिल्म को किया टैक्स फ्री

एमपी के सीएम मोहन यादव ने जनता से अपील की है कि वे फिल्म आर्टिकल 370 जरूर देखें, क्योंकि ये फिल् जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के ऐतिहासिक फैसले पर बनी है।

subodh kumar | Published : Mar 8, 2024 3:30 AM IST / Updated: Mar 08 2024, 09:09 AM IST

भोपाल. बॉलीवुड एक्टर्स यामी गौतम, प्रियामणि, वैभव तत्ववादी, अरुण गोविल, किरण करमाकर की फिल्म आर्टिकल 370 को एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव ने टैक्स ​फ्री करने का फैसला लिया है। इसी के साथ मुख्यमंत्री ने इस फिल्म को जनता से जरूर देखने की अपील की है। उनका कहना है कि फिल्म को देखने के बाद आपको पता चलेगा कि किस प्रकार धारा 370 के पहले और बाद की स्थिति है।

35 करोड़ से अधिक की कमाई

आर्टिकल 370 फिल्म 23 फरवरी को रिलीज हुई है। इसके बाद एक सप्ताह में ही उसने 35 करोड़ से अधिक की कमाई कर ली है। इस फिल्म में एक्ट्रेस यामी गौतम ने बेहतरीन एक्टिंग की है। उन्होंने फिल्म में गर्भवति होने के बावजूद गन चलाई है। इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना बताया जा रहा है।

सीएम ने कही ये बात

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि इस फिल्म को देखने के लिए इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इस फिल्म में जम्मू कश्मीर में धारा 370 के दौरान और धारा हटने के बाद के हालातों को दर्शाया गया है। चूंकि ये सभी को जानना भी जरूरी है कि धारा 370 से क्या नुकसान था और धारा 370 हटने के बाद वहां का जनजीवन कैसा है। इसलिए इस फिल्म को टैक्स फ्री करने का फैसला लिया है।

यह भी पढ़ें: राहुल गांधी की यात्रा में शामिल नहीं हुए छिंदवाड़ा के 7 कांग्रेसी विधायक, क्या है कमलनाथ का प्लान?

इंटेलिजेंस ऑफिसर बनीं यामी, बोलीं महिला सशक्तिकरण के लिए अहम

आर्टिकल 370 में यामी गौतम ने इंटेलिजेंस ऑफिसर की भूमिका निभाई है। उनकी इस भूमिका को देखकर युवा लड़कियों में भी उत्साह देखने को मिला है। वे भी आईबी और एनआईए में भर्ती होने के लिए तैयार हुई हैं। इस बारे में यामी ने कहा कि “यदि आपके दर्शक व्यक्तिगत स्तर पर इस फिल्म से जुड़ रहे हैं और कह रहे हैं कि उनकी बेटियां अब आईबी में शामिल होना चाहती हैं या एनआईए अधिकारी बनना चाहती हैं तो यह अच्छी बात है। सेना के दिग्गजों द्वारा स्वीकार किया जाना, जिन्होंने उस जीवन को देखा है, इस तरह की मान्यताएँ अनमोल हैं।” उनका कहना है कि सच्चे अर्थों में महिला सशक्तिकरण शायद इस तरह के चुनौतीपूर्ण करियर का चुनाव करना और बदलाव लाना है, और यह अनुच्छेद 370 से एक बड़ी सीख है।

यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री ने कहा- 'भिण्ड में अब कानून का राज है और विकास की बयार बह रही है'

Share this article
click me!