'मुग़ल-ए-आज़म-1960' और उसके डायरेक्टर के. आसिफ से प्रेरित होकर फिल्मेकर सुनील सालगिया द्वारा लिखा इंग्लिश नॉवेल-वन्स अपोन ए टाइम इन बॉलीवुड चर्चा का विषय बन गया है। पिछले दिनों इसका मुंबई में विमोचन हुआ।
मुंबई. हिंदी सिनेमा की कालजयी रचना 'मुग़ल-ए-आज़म-1960' और उसके डायरेक्टर के. आसिफ(करीमुद्दीन आसिफ) से प्रेरित होकर फिल्म/टीवी के जाने-माने राइटर, डायरेक्टर और एडिटर सुनील सालगिया द्वारा लिखा इंग्लिश नॉवेल-वन्स अपोन ए टाइम इन बॉलीवुड(Once Upon A Time In Bollywood) चर्चा का विषय बन गया है। पिछले दिनों इसका मुंबई में विमोचन हुआ।
मुगल-ए-आज़म से प्रेरित कौन सा नॉवेल हैं?
नॉवेल-वन्स अपोन ए टाइम इन बॉलीवुड(Once Upon A Time In Bollywood) का विमोचन पिछले दिनों मुंबई में हुआ। इस दौरान लेफ्ट से जिया खान (के. आसिफ के पोते), शबाना आसिफ (के. आसिफ की बेटी), अभिनेता रजा मुराद, लेखक सुनील सालगिया, फिल्ममेकर रॉबिन भट्ट, जाने-माने स्क्रिप्ट राइट जावेद सिद्दीकी, मंजुल सिन्हा और प्रसिद्ध फिल्ममेकर आनंद महेंद्रू मौजूद थे।
बता दें कि 'मुग़ले-ए-आज़म' जब 2004-05 में कलर करके दुबारा रीलीज की जा रही थी, तब उसे 3.30 घंटे की लेंथ से 3 घंटे में समेटने का अत्यंत मुश्किल भरा एडिटिंग का काम सुनील सालगिया ने ही किया था। तभी इस नॉवेल का विचार आया था। जिस तरह मुग़ल-ए-आज़म को बनने में 14 साल लगे, इस उपन्यास को भी इतना ही समय लग गया।
सुनील सालगिया बताते हैं कि इस नॉवेल के जरिये बॉलीवुड में आजादी के पहले और आजादी के बाद का दौर दिखाया गया है। कहानी 1941-42 से शुरू होती है और करीब 1960 तक चलती है।
नॉवेल के लेखक सुनील सालगिया टीवी शो-रजनी, उड़ान, देख भाई देख और इंद्रधनुष के डायरेक्शन टीम का अहम हिस्सा रहे हैं। अब तक 20 से अधिक धारावाहिकों का निर्देशन कर चुके हैं। वे स्क्रीन राइटर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेट्री भी रह चुके हैं, रजनी में शाहरुख खान ने भी एक्टिंग की थी। सुनील सालगिया बताते हैं कि इस उपन्यास की कहानी को उन्होंने एक लव स्टोरी की तरह बुना है। हालांकि सुनील सालगिया स्पष्ट करते हैं कि उपन्यास के. आसिफ की जिंदगी की कहानी नहीं है, बल्कि उनसे प्रेरित है। यह एक फिक्शन है।
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