प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के डिंडोरी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस का एजेंडा धर्म के आधार पर बजट बांटने का है। वह देश के कुल बजट का 15% हिस्सा मुसलमानों पर खर्च करना चाहती है।
मुंबई। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रचार के क्रम में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के डिंडोरी में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर तुष्टिकरण को लेकर कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बजट का 15 फीसदी हिस्सा मुसलमानों को देना चाहती है।
जनसभा को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, "हमने कभी भी न किसी का धर्म देखा है, न किसी का धर्म पूछा है। योजना सबके लिए बनाई जाती है, सबको लाभ दिया जाता है। लेकिन कांग्रेस की नियत का खुलासा आज मैं 140 करोड़ देशवासियों के सामने करना चाहता हूं। कांग्रेस की सोच है कि देश की सरकारें, जितना बजट बनाती हैं उसका 15% सिर्फ और सिर्फ अल्पसंख्यक पर खर्च हो। यानी धर्म के आधार पर बजट का भी बंटवारा, धर्म के आधार पर इन्होंने देश को बांटा है। आज भी वो धर्म के आधार पर भांति-भांति के बंटवारे करने में लगे हुए हैं।"
कांग्रेस ने धर्म के आधार पर बजट आवंटन को दिखाई थी हरी झंडी
नरेंद्र मोदी ने कहा, "कई साल पहले कांग्रेस ने धर्म के आधार पर बजट के आवंटन को हरी झंडी दिखा दी थी। आप कल्पना कर सकते हैं कि बजट का इस प्रकार से टुकड़े करना कितना खतरनाक विचार है। आप जानते हैं कांग्रेस के लिए अल्पसंख्यक सिर्फ एक ही है, उसका अपना प्रिय वोट बैंक। मुझे याद है उस समय मैं सीएम था, जब ये बात कांग्रेस ने उठाई थी तो मैंने उसका मुख्यमंत्री रहते हुए पुरजोर विरोध किया था। कांग्रेस उस समय चाहती थी कि देश के सारे बजट का 15 प्रतिशत सिर्फ मुसलमानों पर खर्च हो। तब भाजपा के जबरदस्त विरोध के बाद ये कामयाब नहीं हो पाए थे। लेकिन अब ये सारे पुराने एजेंडे लागू करने पर तुले हुए हैं।"
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उन्होंने कहा, “भीमराव अंबेडकर धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे, लेकिन कांग्रेस कह रही है कि एससी,एसटी, ओबीसी और गरीबों का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को दे देंगे। कांग्रेस आपकी संपत्ति को भी जब्त करके उसका हिस्सा अपने वोट बैंक को देने की तैयारी में है। कांग्रेस और इंडी अघाड़ी वाले कान खोलकर सुन लें। मोदी धर्म के आधार पर न बजट बांटने देगा और न ही धर्म के आधार पर आरक्षण देगा।”