महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, 288 सीटों के लिए कुल 4,140 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। मतदान 20 नवंबर को और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। जानें किस पार्टी अपने बागियों को कितना मनाने में हुई सफल।
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में कुल 4,140 उम्मीदवार 288 सीटों पर अपनी किस्मत आजमाने के लिए मैदान में हैं। सोमवार को नामांकन वापसी की समय सीमा समाप्त होने के बाद यह आंकड़ा सामने आया है। चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा, जबकि परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, “288 सीटों के लिए हमें कुल 7,078 वैध नामांकन प्राप्त हुए थे। इनमें से 2,938 उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया, जिससे 4,140 उम्मीदवार चुनावी मैदान में रह गए हैं।” हालांकि यह संख्या 2019 के चुनावों में मुकाबला करने वाले 3,239 उम्मीदवारों की तुलना में लगभग 28 प्रतिशत अधिक है।
नंदुरबार की शहादा सीट पर मात्र 3 उम्मीदवार हैं, जबकि बीड के माजलगांव में 34 उम्मीदवारों के साथ सर्वाधिक उम्मीदवारों का मुकाबला होगा। मुंबई की 36 सीटों पर कुल 420 उम्मीदवार और पुणे की 21 सीटों पर 303 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे।
कोल्हापुर उत्तर सीट पर कांग्रेस की स्थिति कमजोर होती दिखी, क्योंकि उनकी उम्मीदवार मधुरिमा राजे छत्रपति ने अपना नाम वापस ले लिया, जबकि बीजेपी ने गोपाल शेट्टी को मुंबई की बोरीवली सीट से मनाने में सफलता प्राप्त कर ली है। गोपाल शेट्टी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। हालांकि बीजेपी का ‘महायुति’ गठबंधन माहिम सीट पर चुनौती का सामना कर रहा है, जहां शिवसेना के सदा सर्वणकर ने नामांकन वापसी से इनकार कर दिया है। उनका मुकाबला मनसे प्रमुख राज ठाकरे के पुत्र अमित ठाकरे से होगा, जिन्हें बीजेपी, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार की NCP का समर्थन है
कोल्हापुर में कांग्रेस नेता सतेज पाटिल ने मधुरिमा के चुनाव से हटने पर निराशा जताई। पाटिल ने कहा, "अगर हिम्मत नहीं थी तो उन्हें चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था।" कांग्रेस अब निर्दलीय उम्मीदवार राजेश लाटकर का समर्थन कर सकती है, जो पूर्व में कांग्रेस के उम्मीदवार रह चुके हैं। हालांकि पुणे में कांग्रेस के लिए अच्छी खबर यह रही कि मुख्तार शेख ने कस्बा पेठ विधानसभा क्षेत्र से अपना नाम वापस ले लिया और पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार और मौजूदा विधायक रवींद्र धांगेकर को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी।
पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि सोमवार को कांग्रेस के 7 बागी नेताओं ने नामांकन वापस ले लिया। इनमें नासिक सेंट्रल से हेमलता पाटिल, बायकुला से मधु चव्हाण और नंदुरबार से विश्वनाथ वाल्वी शामिल हैं। देवलाली से शिवसेना उम्मीदवार राजश्री अहेराव और डिंडोरी (जिला नासिक) से धनराज महाले, जो तब सुर्खियों में आए थे, जब उनके एबी फॉर्म (पार्टी की ओर से आवश्यक चुनाव दस्तावेज) को विशेष विमान से भेजा गया था, ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया है।
शिंदे के नेतृत्व वाली सेना ने दोनों को मैदान में उतारा, जबकि सीटें आधिकारिक तौर पर सहयोगी अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को महायुति के सीट-बंटवारे समझौते के तहत आवंटित की गई थीं। शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी के पदाधिकारियों ने कहा कि नामांकन वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने के बाद केवल 2 एनसीपी (एसपी) के बागी मैदान में हैं।
शिरडी सीट पर भाजपा को सफलता नहीं मिली, जहां भाजपा नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल पार्टी सहयोगी राजेंद्र पिपाड़ा को मैदान छोड़ने के लिए मना नहीं सके। पुणे के चिंचवाड़ में पार्टी को राहत मिल गई हैं, जहां बागी नेता नाना काटे ने अपना नामांकन वापस लिया, जिससे भाजपा के आधिकारिक उम्मीदवार शंकर जगताप का रास्ता साफ हो गया।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा 148 सीटों पर, एनसीपी 52 सीटों पर और शिंदे की सेना 80 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस 102 सीटों पर और शरद पवार की एनसीपी 87 सीटों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराएगी। 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान संपन्न होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।
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