
मुंबई। महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार की डेट फाइनल हो गई। 15 दिसंबर को नागपुर में नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाना है। उससे पहले शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन पर निशाना साधा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि गठबंधन को ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का जुलूस निकालना चाहिए और नागपुर में ईवीएम का मंदिर बनाने का फैसला करना चाहिए।
शनिवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राउत ने कहा कि सबसे पहले मुख्यमंत्री का जुलूस निकाला जाना चाहिए। लेकिन उससे पहले ईवीएम का जुलूस निकालकर नागपुर स्थित RSS मुख्यालय के सामने EVM का मंदिर बनाना चाहिए।" संजय राउत ने नई सरकार पर मंत्रिमंडल के विभागों का जिम्मा तय करने में विफल रहने का भी आरोप लगाया।
संजय राउत ने कहा, "नई सरकार बने एक महीना हो चुका है, लेकिन अब तक यह तय नहीं हुआ है कि किस मंत्री के पास कौन सा विभाग होगा। राज्य में हर दिन अपराध बढ़ रहे हैं, हत्याएं और बलात्कार हो रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री इन सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं। यह सरकार ईवीएम से बनी है, उनके दिमाग में केवल ईवीएम है, जनता की समस्याओं का हल नहीं।"
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा कि राज्य में भाजपा का शानदार प्रदर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे ‘एक है तो सुरक्षित है’ की वजह से हुआ। उन्होंने इसे एक "जादू" करार दिया। गौरतलब है कि 5 दिसंबर को देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि शिवसेना के एकनाथ शिंदे और एनसीपी के अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद संभाला।
2024 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 235 सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इसमें भाजपा ने 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जगह बनाई, जबकि शिवसेना ने 57 सीटें और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने 41 सीटें हासिल की।
मुंबई-पुणे से लेकर पूरे महाराष्ट्र की राजनीति, बिज़नेस गतिविधियाँ, बॉलीवुड अपडेट्स और लोकल घटनाओं पर हर पल की खबरें पढ़ें। राज्य की सबसे विश्वसनीय कवरेज के लिए Maharashtra News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — केवल Asianet News Hindi पर।