Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन में सबकुछ ठीक ठाक नहीं है। रविवार को हो रहे मंत्रिमंडल विस्तार के बीच शिवसेना शिंदे गुट में बगावत दिखने लगी है। शिंदे गुट के विधायक व पार्टी के उपनेता नरेंद्र भोंडेकर ने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। भोंडेकर, महायुति सरकार के कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने से नाराज हैं। विधानसभा चुनाव में उन्होंने भंडारा विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की है। भोंडेकर ने शिवसेना सुप्रीमो व डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को लेटर लिखकर अपनी नाराजगी जताते हुए इस्तीफा भेजा है।
रविवार को महाराष्ट्र कैबिनेट का विस्तार हुआ। नई कैबिनेट में बीजेपी के 19, शिवसेना शिंद के 11 और एनसीपी के 9 मंत्री बने हैं। फडणवीस सरकार में कुल 33 कैबिनेट मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली है जबकि 6 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली। अब महाराष्ट्र में महायुति सरकार में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, दो डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के अलावा 39 मंत्री हो चुके हैं। संसदीय नियमों के अनुसार, कैबिनेट में 43 मंत्री शपथ ले सकते हैं। एक मुख्यमंत्री, दो डिप्टी सीएम और 39 मंत्रियों को मिलाकर 42 कैबिनेट मेंबर हो चुके हैं। एक जगह रिक्त है। शिवसेना खेमे से मंत्री बनाए जाने वालों की लिस्ट में भोंडेकर का नाम नहीं होने पर उन्होंने इस्तीफा भेजा है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद 23वें दिन कैबिनेट का विस्तार हो सका है। शुरूआत में मुख्यमंत्री पद को लेकर मचे घमासान से एक सप्ताह से अधिक समय तक सरकार का गठन नहीं हो सका। हालांकि, बीजेपी के साफ संदेश के बाद पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद का दावा छोड़ा और डिप्टी सीएम पद स्वीकार किया था। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया और उन्होंने सीएम पद की शपथ ली। उनके साथ एकनाथ शिंदे और अजीत पवार ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली। हालांकि, तब विभागों को लेकर खींचतान की वजह से मंत्रियों ने शपथ नहीं ली थी।
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