महाराष्ट्र के श्रीवर्धन में 72 वर्षीय सेवानिवृत्त बैंकर की हत्या उनकी पूर्व लिव-इन पार्टनर और उसके पति ने की। जानिए हत्या की वजह और पुलिस जांच की पूरी जानकारी।
मुंबई। श्रीवर्धन, महाराष्ट्र में अकेले रहने वाले 72 वर्षीय सेवानिवृत्त बैंकर की हत्या एक महिला और उसके पति ने मिलकर की। महिला की पहचान अर्चना साल्वे (36) के रूप में हुई है और उसके पति हर्षल अंकुश (33) को मृतक रामदास गोविंद खैरे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जून 2024 में अंकुश से शादी करने से पहले अर्चना साल्वे एक साल से अधिक समय तक खैरे के साथ रह चुकी थी।
एक रिपोर्ट के अनुसार रामदास गोविंद खैरे ने दो बार शादी की थी लेकिन दोनों बार उनकी पत्नियां की मौत हो गई थी। यह अपराध 1 दिसंबर को तब सामने आया जब मुंबई में रामदास गोविंद खैरे के बच्चों द्वारा कहने पर एक पड़ोसी ने उसके घर जाकर देखा तो वहां उसके पिता का शव पाया। बच्चे अपने पिता से संपर्क नहीं कर पा रहे थे। लोकल क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि रामदास खैरे का फोन बंद आ रहा था, जिसके कारण उसके एक बेटे ने पड़ोसी से उसका हालचाल जानने के लिए कहा। पड़ोसी ने पुलिस को सूचना दी और जब दरवाजा खोला गया तो बुजुर्ग व्यक्ति मृत पाया गया और उसके माथे पर गंभीर चोटें थीं।
दरवाजा बाहर से बंद होने के कारण शुरू में यह मामला दुर्घटनावश मौत का लग रहा था, लेकिन बाद में यह हत्या में बदल गया। जांच में पता चला कि अर्चना साल्वे की मुलाकात रामनाथ गोविंद खैरे से कविता नाम की एक अन्य महिला के जरिए हुई थी, जिसने पहले उससे संपत्ति और आभूषण मांगे थे। 18 महीनों के दौरान अर्चना साल्वे रामनाथ गोविंद खैरे को जानता था और उसने उससे सोना और नकदी हासिल की थी। जब रामनाथ गोविंद खैरे ने अर्चना साल्वे के चले जाने के बाद इन कीमती सामानों को वापस मांगा तो रिश्ते में खटास आने लगी।
रायगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिजीत शिवथरे ने बताया कि मांग के कारण हत्या हुई। उन्होंने बताया कि महिला ने हाल ही में दूसरे आरोपी अंकुश से शादी की थी। दोनों ने हत्या की योजना बनाई क्योंकि मारा गया व्यक्ति महिला को ब्लैकमेल कर रहा था। पुलिस ने खुलासा किया कि 11 नवंबर को अंकुश ने अर्चना साल्वे को खैरे के घर पर छोड़ा, जहां वह एक सप्ताह तक रहने वाला था। 18 नवंबर को वह मुंबई से लौटा और अपनी योजना को अंजाम देने के लिए मौके का इंतजार करने लगा।
अधिकारी ने बताया कि चूंकि रामनाथ खैरे को कम नींद आती थी, इसलिए साल्वे को अपने पति को घर में चुपके से लाने का समय नहीं मिल पाया। आखिरकार 29 नवंबर को अर्चना साल्वे ने रामनाथ गोविंद खैरे के खाने में कीटनाशक दवा मिला दिया और अपने पति को घर में ले आई। अधिकारी ने आगे बताया कि मृतक, जो पहले से ही बेहोश था, उसके सिर पर पहले किसी भारी वस्तु से वार किया गया और फिर तकिए से उसका गला घोंट दिया गया। दोनों ने घर में तोड़फोड़ की, बाहर से ताला लगाया और भाग गए। दंपत्ति को चेंबूर स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103(1) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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