मुंबई के ठाणे में सरस्वती वैद्य की हत्या (Mumbai Murder Case) जिस तरह से की गई और इसके बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए जो किया गया, वह जो कोई सुन रहा है, उसके रौंगटे खड़े हो जा रहे हैं।
Mumbai Murder Case. मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि हत्यारोपी मनोज साने को लाश को ठिकाने लगाने का आइडिया श्रद्धा वॉकर हत्याकांड से मिला। उसने पहले इलेक्ट्रिक आरी से लाश के छोट-छोटे टुकड़े किए। कई बॉडी पार्ट्स को तो उसने मिक्सर में पीस डाला और फिर उसे उबाला ताकि डंप करने में आसानी हो। फ्लैट की बदबू दूर करने के लिए वह लगातार रूम फ्रेशनर का इस्तेमाल करता था। इस हत्याकांड की अब परत-दर-परत खुलने लगी है, जिसने लोगों को शॉक्ड कर दिया है।
अनाथालय में पली-बढ़ी थी सरस्वती वैद्य
मृतका सरस्वती वैद्य अहमदनगर के एक अनाथालय में पली-बढ़ी थी। अहमदनगर के जानकीबाई आप्टे बालिकाश्रम की एक वर्कर ने सरस्वती वैद्य के बारे में कहा कि वह उस व्यक्ति को अपना चाचा बताती थी। वह अनाथालय आती तो यही कहती थी वह अपने चाचा के साथ मुंबई में रहती है। वे बहुत बड़े कपड़ा व्यापारी हैं और बेहद अमीर हैं। लेकिन अनाथालय वालों को क्या पता था कि एक दिन सरस्वती का यह झूठ उसकी जान ले लेगा। अनाथालय वर्कर ने बताया कि वह आखिरी बार भी यहां आई थी लेकिन कुछ खास नहीं बता पाई थी।
कुंवारा है हत्याकांड का आरोपी मनोज साने
अपनी लिव-इन पार्टनर सरस्वती वैद्य की हत्या करने वाला मनोज साने कुंवारा था, उसकी शादी नहीं हुई थी। मुंबई के बोरीवली इलाके में भी उसका मकान है, जहां परिवार के बाकी सदस्य रहते हैं। वह परिवार से अलग रहता था और बोरीवली में एक राशन की दुकान पर काम करता था। यहीं पर उसकी मुलाकात सरस्वती से हुई थी। साल 2014 में उनकी दोस्ती गहरी हो गई और वे एक साथ रहने लगे। करीब तीन साल पहले वे मीरा रोड के फ्लैट में शिफ्ट हुए थे।
क्या है मुंबई का सरस्वती वैद्य हत्याकांड
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 56 वर्षीय व्यक्ति मनोज साने पर अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या करने, उसके बॉडी पार्ट्स को काटने, पीसने और उबालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मृतका सरस्वती वैद्य अनाथ थी, जिसकी लाश मीरा रोड के फ्लैट में पाया गया। उसके बॉडी पार्ट्स फ्लैट में बिखरे मिले, कुछ अंग बाल्टियों में कुछ प्रेशर कुकर में उबलते पाए गए। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने कुछ बॉडी पार्ट्स को मिक्सर में भी पिसा था। हत्यारोपी मनोज साने की गिरफ्तारी तब संभव हुई, जब कुछ पड़ोसियों ने फ्लैट से आ रही दुर्गंध की जानकारी पुलिस को दी।
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