सार

मुंबई में लिव- इन पार्टनर (Mumbai Murder Case) की हत्या मामले में जब पुलिस हत्याकांड वाले घर पहुंची तो मानों उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। वे ऐसा खौफनाक मंजर देखने के लिए तैयार नहीं थे।

Mumbai Murder Case. मुंबई में लिव-इन पार्टनर की हत्या के एक-एक पहलू सामने आ रहे हैं। हत्याकांड के बाद जब पहली बार पुलिस उस घर में घुसी तो मानों उन्हें किसी ने धक्का दे दिया। कमरे में लाश के टुकड़े बिखरे पड़े थे और किचने में बॉडी पार्ट्स उबल रहे थे। पुलिस ऐसा मंजर देखने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थी क्योंकि आतंक का ऐसा नजारा उनमें से शायद ही किसी ने देखा हो।

मनोज साने और सरस्वती वैद्य की मुलाकात 15 साल पहले हुई

वह कपल जो अपने पड़ोसियों तक से कभी बात नहीं करता था, लेकिन वे तब स्पॉट लाइट में आ गए, जब बुधवार को इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा हुआ। 32 साल की मृतका सरस्वती वैद्य और हत्यारोपी मनोज साने की पहली मुलाकात करीब 15 साल पहले एक राशन की दुकान पर हुई, जहां वह काम करता था। पुलिस ने बताया कि दोनों अहमदनगर के रहने वाले थे जिसकी वजह से उनके बीच दोस्ती हुई। मनोज साने के पास आईटीआई सर्टिफिकेट था। वहीं सरस्वती स्कूल ड्रॉप आउट थी और तीन बहनों के साथ एक शेल्टर होम में रहती थी। सरस्वती जब मनोज से मिली तो फैसला कर लिया कि वह अब उसी के साथ रहेगी। उसने लोगों को बताया कि मनोज उसके मामा हैं और बहुत पैसे वाले हैं।

मीरा रोड के फ्लैट पुलिस पहुंची तो क्या देखा

पुलिस के अनुसार करीब 5 साल पहले दोनों मीरा रोड के फ्लैट नंबर 704 में शिफ्ट हो गए। पुलिस को पहली सूचना देने वाले सोमेश श्रीवास्तव ने बताया कि वे दोनों हमेशा खुद को घर में ही बंद रखते थे। मैं तो उनका नाम तक नहीं जानता था। इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस घर में घुसी। तब वहां लाश के टुकड़े घर में बिखरे पड़े थे और किचन में मांस उबल रहा था। इसे देखकर पुलिसकर्मियों के भी होश उड़ गए। फ्लैट के कमरे, वाथरूम और किचन में लाश के टुकड़े ही टुकड़े दिखाई दिए। सरस्वती वैद्य की हत्या रविवार को कर दी गई थी।

क्या कहता है मुंबई मर्डर का हत्यारोपी

हत्यारोपी मनोज ने पुलिस को बयान दिया है कि उन दोनों में लड़ाई हुई थी। पहले उसने दावा किया कि सरस्वती ने जहर खाकर जान दे दी। इसके बाद वह घबरा गया और लाश के टुकड़े करके उसे ठिकाने लगाने लगा। उसने यह भी कहा कि सरस्वती उसकी बेटी जैसी थी। सरस्वती की बहनों से भी पुलिस ने पूछताछ की है। अभी तक हत्या का मकसद पता नहीं चल पाया है लेकिन मनोज जो किया, वह हैरान करने वाला है। उसने डीजल से चलने वाली इलेक्ट्रिक कटारी खरीदी और उसी से लाश के टुकड़े किए। उसने पुलिस से कहा कि श्रद्धा वॉकर हत्याकांड से उसे यह आइडिया मिला। वह घर की दुर्गंध भगाने के लिए रूम फ्रेशनर का इस्तेमाल करता था। उसने बॉडी पार्ट्स को उबाला ताकि ठिकाने लगाने में आसानी हो। उसे कुछ पड़ोसियों ने मास्क लगाकर बॉडी पार्ट्स ले जाते देखा लेकिन सोचा कि कोई चूहा मरा होगा।

कैसे पकड़ा गया लिव-इन पार्टनर का हत्यारा

रविवार को हत्या करने के बाद वह मंगलवार को बहुत कांफिडेंट था। पड़ोसियों ने बदबू की शिकायत की तो उसने कहा कि काम से लौटने के बाद वह देखेगा। बाद में सोमेश श्रीवास्तव उसके दरवाजे पर पहुंचा तो रूम फ्रेशनर की महक आई। जब काफी देर तक किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो सोमेश ने पुलिस को सूचना दी।

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