1983 में अमिताभ बच्चन की हिट फिल्म 'कुली' आई थी। इस फिल्म के जरिये बॉलीवुड ने कुलियों के जिंदगी को सामने लाने की कोशिश की थी। उन्हें देशभर में एक गौरव दिलाया था। एक बार फिर से कुली मीडिया की सुर्खियों में हैं।
मुंबई. 1983 में अमिताभ बच्चन की हिट फिल्म 'कुली' आई थी। इस फिल्म के जरिये बॉलीवुड ने कुलियों के जिंदगी को सामने लाने की कोशिश की थी। उन्हें देशभर में एक गौरव दिलाया था। एक बार फिर से कुली मीडिया की सुर्खियों में हैं।
दशरथ दौंड दादर स्टेशन पर कुली हैं। वे एक दिन में मुश्किल से 300 रुपये कमा पाते हैं। यहां वे करीब तीन दशकों से कुली के लिए काम कर रहे हैं। सोमवार(20 मार्च) को, जब उन्होंने देखा कि स्टेशन की एक बेंच पर किसी का गलती से एक हाई-एंड(high class) फोन छूट गया है। 62 वर्षीय दौंड ने इसे थोड़ी देर के लिए भी अपने पास रखने का मोह नहीं किया। कुली दौंड ने तुरंत गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी) चौकी में फोन जमा कर दिया। उनके इस कदम की पुलिस ने सराहना की और उन्हें हैंडसेट के मालिक से इनाम भी मिला है।
पुलिस अधिकारियों ने बाद में पाया कि 1.4 लाख रुपये का हैंडसेट अभिनेता अमिताभ बच्चन के भरोसेमंद मेकअप आर्टिस्ट दीपक सावंत का था। सावंत परिवार ने दौंड को उसकी ईमानदारी के लिए 1,000 रुपये का नकद इनाम देने की पेशकश की।
दौंड ने बताया कि सोमवार को वे लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों का सामान ढोने का काम कर रहे थे। रात करीब 11 बजकर 40 मिनट पर वह दादर के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर काम खत्म कर चुके थे, जहां से अमृतसर की ओर एक ट्रेन जा रही थी। दौंड ने कहा-“मैं प्लेटफॉर्म पर टहल रहा था, जब मैंने बेंच पर एक फोन पड़ा देखा। मैंने उसे उठाया और पास बैठे यात्रियों से पूछा कि क्या यह उनका है। उन सभी ने कहा कि उनका नहीं है।"
इसके बाद दौंड सीधे दादर जीआरपी चौकी पहुंचे। उन्होंने कहा, "मैं गैजेट्स से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हूं और कभी भी किसी और का सामान अपने पास नहीं रखता।"
पुलिस को फोन देने के बाद दौंड सोने चले गए। कुछ देर बाद पुलिस ने उसे फोन किया। बताया कि उन्होंने हैंडसेट के मालिक का पता लगा लिया था। पुलिस विभाग और सावंत बुजुर्ग कुली की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
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