इस हादसा में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 64 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
Thane Chemical Factory blast: महाराष्ट्र के ठाणे में गुरुवार 23 मई को एक केमिकल फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट के मामले में फैक्ट्री के मालिक और उसकी मां को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस हादसा में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 64 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। फैक्ट्री में ब्लास्ट, ब्वायलर के फटने से हुआ था। केमिकल फैक्ट्री MIDC Phase 2 में स्थित है।
पहले मां, बाद में बेटा भी हिरासत में
डोंबीवली केमिकल फैक्ट्री ब्लास्ट मामले में ठाणे पुलिस के क्राइम ब्रांच ने मुख्य अभियुक्त मलय प्रदीप मेहता को हिरासत में लिया है। मलय प्रदीप मेहता, अमुदन केमिकल प्राइवेट लिमिटेड का ऑनर है। इसके पहले क्राइम ब्रांच ने इस फैक्ट्री की दूसरी मालिक मालती प्रदीप मेहता को भी हिरासत में लिया था। 70 वर्षीय मालती प्रदीप मेहता, मलय की मां हैं। पुलिस ने उनको नासिक से हिरासत में लिया था। ठाणे पुलिस के डिप्टी कमिश्नर पराग मानेरे ने कहा कि फैक्ट्री के मालिक मां और बेटे को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ हो रही है। दोनों का रोल पता चलने के बाद उनको अरेस्ट करने की कार्यवाही की जाएगी।
ब्लास्ट मामले में मंपदा पुलिस स्टेशन डोंबिवली में अमुदन केमिकल प्राइवेट लिमिटेड के मालिकों मलय प्रदीप मेहता और उनकी मां मालती प्रदीप मेहता के खिलाफ आईपीसी की धारा 304, 324, 326 के तहत केस दर्ज किया गया है। एफआईआर के बाद उसे ठाणे क्राइम ब्रांच को इन्वेस्टिगेशन के लिए केस ट्रांसफर कर दिया गया है।
8 लोग हो गए थे सस्पेंड
उधर, केमिकल फैक्ट्री में ब्लास्ट की सूचना के बाद महाराष्ट्र सरकार ने आनन फानन में कार्रवाईयां शुरू कर दी। राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि डोंबिवली एमआईडीसी में अमुदान केमिकल कंपनी में बॉयलर विस्फोट मामले में 8 लोगों को निलंबित कर दिया गया है।
शिंदे ने किया मुआवजा का ऐलान
ब्लास्ट के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि केमिकल फैक्ट्री में ब्लास्ट से आसपास की 6-7 फैक्ट्रियों और आवासीय प्रॉपर्टीज को नुकसान पहुंचा है। सरकार अब प्लान बना रही है कि इस तरह की बेहद खतरनाक कंपनियों को रेड कैटेगरी में रखते हुए इनको गैर आवासीय क्षेत्रों में लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस हादसा में मारे गए लोगों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये प्रति परिवार मुआवजा राज्य सरकार द्वारा दिया जाएगा। इसके अलावा मारे गए कर्मचारियों को कंपनी भी मुआवजा देगी।
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