कांग्रेसी नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को "हिटलर" करार दिया है।
चंडीगढ़। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) में भाजपा का सामना करने के लिए विपक्षी दलों ने मिलकर इंडिया नाम का गठबंधन बनाया। गठबंधन में शामिल पार्टियों को भाजपा के खिलाफ चुनावी लड़ाई लड़नी थी, लेकिन वे एक दूसरे से ही दो-दो हाथ करते दिख रहे हैं। ऐसा पंजाब में खुलेआम दिख रहा है।
पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच तनातनी चरम पर है। कांग्रेसी नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को "हिटलर" करार दिया। उन्होंने बुधवार को कहा कि दोनों की तस्वीरें हिटलर जैसी हैं।
आप और कांग्रेस ने दिया था एकता का संदेश
कुछ समय पहले ही चंडीगढ़ में आप के राघव चड्ढा और कांग्रेस के पवन बंसल के बीच मुलाकात हुई थी। इस दौरान दोनों दलों ने एकता का संदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि आप और कांग्रेस इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। दोनों पार्टियां मिलकर भाजपा को हराएंगी।
पंजाब में कांग्रेस और आप के बीच रहा है मुलाबला
दरअसल, पंजाब में कांग्रेस और आप के बीच मुलाबला रहा है। आप ने कांग्रेस को हराकर राज्य में सरकार बनाई है। आप और कांग्रेस मिलकर चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव लड़ रही हैं। AAP मेयर पद के लिए चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस का फोकस सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद पर रहेगा। पिछले दिनों दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की थी।
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा आप सरकार लगा ले हिटलर की तस्वीर
पंजाब और दिल्ली में सीट शेयरिंग को लेकर दोनों दलों के बीच तनातनी है। पंजाब में लड़ाई ज्यादा तेज नजर आ रही है। कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि आप का "तानाशाही शासन" एडॉल्फ हिटलर से मेल खाता है।
यह भी पढ़ें- कौन हैं कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की बेटी यामिनी, जिन पर गृह मंत्रालय ने लिया सख्त एक्शन
उन्होंने कहा, “पहली बात जो मैं उन्हें सलाह देना चाहूंगा वह यह है कि वे अपने कार्यालयों से बाबा साहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटा दें। उसकी जगह एडॉल्फ हिटलर की तस्वीर लगा दें। अगर आप हिटलर की तस्वीर को ध्यान से देखेंगे तो उसकी आप नेताओं की तस्वीर से मेल खाती है।”
यह भी पढ़ें- TMC नेता महुआ मोइत्रा को निर्देश- 'तत्काल खाली करें दिल्ली का सरकारी बंगला'- यह है कारण