खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह एक सप्ताह से फरारी काट रहा है और पंजाब पुलिस उसे पकड़ने में नाकाम होते हुए दिख रही है। कैसे अमृतपाल एक फिल्मी विलेन की तरह अपना हुलिया बदलकर पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता है।
जालंधर (पंजाब). वारिस पंजाब दे' का प्रमुख और कट्टर खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पिछले एक सप्ताह से पंजाब पुलिस को चकमा दे रहा है। एकदम यह मामला पूरी तरह से फिल्मी सा लग रहा है, जहां विलेन लगातार अपना हुलिया बदलकर एक जगह से दूसरी जगह भाग जाता है और पुलिस के हाथ बाद में उसके ठिकाने के सिर्फ सीसीटीवी और वीडियो हाथ लगते हैं। एक दिन पहले जो फुटेज सामने आया था, उसमें अमृतपाल जुगाड़ की गाड़ी में बैठा हुआ दिखाई दिया था। अब इस जुगाड़ गाड़ी वाली तस्वीरें वायरल होने के बाद इसका चालक मीडिया के सामने आया है, जिसने महज 100 रुपए लेकर अमृतपाल को अपनी गाड़ी में बिठाकर आगे तक छोड़ था। वहीं पुलिस को लेकर भी चौंकाने वाला खुलासा किया है।
ठेले वाले को जाते-जाते 100 रुपए देकर गया अमृतपाल सिंह
दरअसल, इस जुगाड़ गाड़ी के चालक का नाम लखबीर सिंह लक्खा है और वह जालंधर देहात के गांव शेखूपुर का रहने वाला है। लक्खा ने पुलिस को बताया कि गुरुवार को जब मैं अपने घर से मेहतपुर की तरफ जा रहा था तो रास्ते में एक बाइक पर दो युवकों ने मुझे रोका था। उन्होंने कहा कि हमारी बाइक पंचर हो गई है। इसलिए हम लोगों को आगे तक छोड़ दो। पहले तो मैंने मना किया, लेकिन वो विनती करने लगे तो उन्हें बैठा लिया। वह मेरे साथ मेहतपुर तक गए थे। इसके एवज में उन्होंने मुझे 100 रुपए दिए थे।
'पुलिस की गाड़ियां तो बहुत थीं, लेकिन किसी ने नहीं की चेकिंग'
जुगाड़ गाड़ी के चालक लखबीर सिंह लक्खा ने बताया कि मुझे नहीं मालूम था कि जो युवक मुझसे गाड़ी में बैठने की मदद मांग रहा था वो अमृतपाल था। अगर पता होता तो कभी उसे नहीं बैठाता, बाद में मीडिया के द्वारा ही यह पता लगा कि वो आंतकी समर्थक था और मेरी गाड़ी में सवार था। इतना ही नहीं रास्ते में गाड़ी चैकिंग के मामले में गाड़ी चालक ने बताया कि पुलिस तो मुझे कई जगह मिली थी, लेकिन किसी ने भी वाहन को चेक नहीं किया।
क्या उत्तराखंड में एंट्री कर चुका है अमृतपाल
बता दें कि अमृतपाल सिंह 18 मार्च के बाद से फरारी काट रहा है और पंजाब पुलिस उसे पकड़ने की जद्दोजेहद कर रही है। लेकिन हर बार पुलिस उसको पकड़ने में नाकामयाब होते हुए दिख रही है। वो पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो जाता है। कभी खबर आती है कि वह हरियाणा में पहुंच गया तो कभी नेपाल जाने की सूचना आती है। अब ऐसी खबर सामने आ रही हैं कि भगोड़ा खालिस्तान समर्थक उत्तराखंड में एंट्री कर चुका है।