खालिस्तान की आड़ में भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के मामले में पंजाब पुलिस की बहुत बड़ी गलती सामने आई है। अमृतपाल सिंह पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फिल्मी स्टाइल में रफूचक्कर हुआ था।
नई दिल्ली. खालिस्तान की आड़ में भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले कट्टरपंथी उपदेशक(radical preacher Amritpal Singh) अमृतपाल सिंह के मामले में पंजाब पुलिस की बहुत बड़ी गलती सामने आई है। अमृतपाल सिंह पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फिल्मी स्टाइल में रफूचक्कर हुआ था। पुलिस खुद मानती है कि उससे गलती हुई। इस बीच अमृतपाल को हरियाणा में शरण देने वाली एक महिला अरेस्ट हुई है। वहीं, आशंका है कि अमृतपाल सिंह उत्तराखंड निकल गया है।
1.पंजाब पुलिस ने कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह( radical preacher Amritpal Singh) के रफूचक्कर होने में अपना गलत आकलन स्वीकार कर लिया है। अगर उसे पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाता, तो उसे भागने का मौका नहीं मिलता।
2. अमृतपाल सिंह 18 मार्च को पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गया था। तब से पुलिस उसके पीछे तो लगी है, लेकिन पकड़ नहीं पा रही है।
3. तब ऐसी संभावना जताई गई थी कि अमृतपाल सिंह पड़ोसी राज्य हरियाणा का बॉर्डर क्रॉस कर गया होगा। यही हुआ भी। पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने 23 मार्च को माना कि पुलिस केवल एक ही स्थान पर अपनी व्यवस्था के साथ तैयार थी और उसे उसके गांव में नहीं पकड़ा। यह पुलिस की गलत आकलन था।
4. दरअसल, पुलिस अधिकारी भी मानते हैं कि 23 फरवरी की घटना, जब खालिस्तानी समर्थकों ने अमृतसर जिले के अजनाला में एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया था और इसके बाद अपने सहयोगी लवप्रीत सिंह तूफान की रिहाई करा ली थी, तब पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया।
5. हालांकि पुलिस ने तर्क दिया कि आनंदपुर साहिब में 6 से 8 मार्च तक आयोजित मेला-होल्ला मोहल्ला-Holla Mohalla के कारण पुलिस कोई एक्शन नहीं ले सकी।
6.सिखों के लिए एक स्वतंत्र देश यानी खालिस्तान की मांग करने वाले अलगाववादी उपदेशक 30 वर्षीय अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए अंतिम हरी झंडी 18 मार्च को दी गई थी। पुलिस उसकी यात्रा कार्यक्रम पर कड़ी नजर रखी थी। ऑपरेशन तब शुरू हुआ, जब वो अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा से बठिंडा जा रहा था।
7.पिछले साल दुबई से लौटे कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह हाई-एंड मर्सिडीज सहित 5 कारों के काफिले के साथ बठिंडा के लिए निकला था। यह काफिला उसी गांव से शुरू हुआ था, जहां उसकी पिछले साल दुबई से लौटने के बाद 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख के रूप में ताजपोशी की गई थी।
8.काफिले को सतलुज नदी पार करनी थी और पंजाब पुलिस के कमांडो की क्रैक टीम हरिके बैराज पर उसका इंतजार कर रही थी। काफिले के पायलट के रूप में काम कर रहे एक वाहन ने बैराज पर इंतजार कर रहे आर्म्ड पुलिसकर्मियों के एक बड़े दल को देख लिया था।
9. पुलिस टीम को देखकर अमृतपाल सिंह का ड्राइवर अलर्ट हो गया। उन्होंने तुरंत रास्ता बदल दिया। उन्होंने गोविंदवाल साहिब में सतलुज नदी को पार किया, जहां कुछ ही पुलिसकर्मी थे।
10.पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पंजाब पुलिस को भरोसा था कि अमृतपाल सिंह हरिके बैराज से ही सतलुज पार करेगा। इसलिए अन्य रास्तों पर उसे पकड़ने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई।
11. अमृतपाल सिंह के काफिले ने गोविंदवाल साहिब में पुल पार किया और वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों के छोटे पिकेट से भी बात की। लेकिन पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उनकी यहां तैनाती का किसी भी ऑपरेशन से कोई लेना-देना नहीं है।
12.हालांकि, पुलिस अधिकारियों के जवाब से अमृतपाल सिंह संतुष्ट नहीं हुआ, तो काफिले ने यू-टर्न लिया और शाहकोट की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। इसी बीच पंजाब पुलिस के कमांडो की एक क्रैक टीम ने भी उसका पीछा करना शुरू कर दिया।
13.तभी काफिले की आखिरी दो गाड़ियां अचानक से ब्रेक लगाकर रुक गईं। वे पुलिस पार्टी को रोकने और अमृतपाल सिंह को वहां से भागने के लिए समय देने के लिए सीधी खड़ी हो गईं।
14. इसके साथ ही अमृतपाल सिंह ने अपनी मर्सिडीज छोड़ दी और कारों की अदला-बदली कर दी। बाद में अमृतपाल सिंह ने मोटरसाइकिल मुहैया होने पर कार को जालंधर के एक गांव में छोड़ दिया। पुलिस को वो CCTV भी मिला, जिसमें बाइक पर पीछे बैठा अमृतपाल सिंह दिखाई दे रहा है।
15. 20 मार्च तक उसकी गतिविधियों पर नजर रखने से पता चलता है कि फिल्लौर में अपना वेश बदलने के बाद वह और उसके गुरु पापलप्रीत सिंह हरियाणा चले गए।
16. दोनों ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद में बलजीत कौर के रूप में पहचानी गई एक महिला के घर में शरण ली, जिसे तब से गिरफ्तार कर लिया गया है।
17. पुलिस अधिकारी ने कहा कि बलजीत कौर के घर पर पहुंचने से पहले दोनों ने बंदूक की नोक पर एक तीसरी मोटरसाइकिल छुड़ाई, जब उनके वाहन में खराबी आ गई थी।
18.अब पंजाब पुलिस के आईजी हेडक्वार्टर सुखचैन सिंह गिल ने 23 मार्च को एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि भगोड़े अमृतपाल सिंह के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) और गैर जमानती वारंट जारी किया गया है।
19. पुलिस के मुताबिक, अमृतपाल और उसका साथी भेष बदलकर सफेद रंग की एक्टिवा पर शाहाबाद आए थे। इसके अगले दिन बलजीत कौर उसी एक्टिवा को पटियाला (पंजाब) छोड़कर आ गई थी। अब आशंका जताई जा रही है कि अमृतपाल शाहाबाद से उत्तराखंड निकल गया है।
20.सोशल मीडिया पर हरियाणा के शाहाबाद का एक CCTV फुटेज वायरल हुआ है। इसमें जिसमें कहा जा रहा है कि जो व्यक्ति छाता व थैला लिए जा रहा है, वो अमृतपाल हो सकता है।
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