आपके 80 हजार पुलिसकर्मी क्या कर रहे थे, कैसे फरार हुआ अमृतपाल सिंह...हाईकोर्ट ने लगाई पंजाब सरकार को फटकार

कोर्ट द्वारा यह फटकार खालिस्तानी लीडर अमृतपाल सिंह के खिलाफ चलाए गए अभियान में स्टेटस रिपोर्ट पेश किए जाने के दौरान लगाई।

Dheerendra Gopal | Published : Mar 21, 2023 8:33 AM IST / Updated: Mar 22 2023, 07:03 PM IST

Amritpal Singh escape: पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने मंगलवार को पंजाब पुलिस को अमृतपाल सिंह केस में फटकार लगाया है। कोर्ट द्वारा यह फटकार खालिस्तानी लीडर अमृतपाल सिंह के खिलाफ चलाए गए अभियान में स्टेटस रिपोर्ट पेश किए जाने के दौरान लगाई। हाईकोर्ट ने पूछा कि आपके पास 80,000 पुलिसकर्मी हैं। वे क्या कर रहे थे। अमृतपाल सिंह कैसे फरार हो गए? अदालत ने टिप्पणी की कि यह राज्य की पुलिस की खुफिया विफलता है।

पंजाब पुलिस ने हाईकोर्ट को दी जानकारी...

हाईकोर्ट की यह टिप्पणी खालिस्तान नेता और उसके संगठन 'वारिस पंजाब दे' के सदस्यों के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बीच आई है। पंजाब पुलिस ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने शनिवार को अमृतपाल सिंह के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी। इस अभियान में अमृतपाल सिंह के 120 समर्थकों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही। पुलिस ने बताया कि अमृतपाल सिंह, पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा। जब जालंधर जिले में उसके काफिले को रोका गया तो वह पुलिस के जाल से बच निकला था। पुलिस ने बताया कि अमृतपाल सिंह को आखिरी बार जालंधर में शनिवार शाम मोटरसाइकिल पर तेजी से भागते देखा गया था।

वारिस पंजाब दे प्रमुख को पुलिस ने घोषित किया भगोड़ा

पंजाब के अधिकारियों ने बताया कि पंजाब पुलिस से फरार चल रहे खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया गया है। शनिवार की शाम को पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया। पढ़िए पूरी खबर...

भिंडरावाले 2.0 कहा जाता है अमृतपाल सिंह को...

अमृतपाल सिंह पिछले कुछ वर्षों से पंजाब में सक्रिय हैं। अक्सर उसे सशस्त्र समर्थकों द्वारा एस्कॉर्ट करते देखा जाता है। वह खालिस्तानी अलगाववादी और आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का अनुयायी होने का दावा करता है और अपने समर्थकों के बीच "भिंडरावाले 2.0" के रूप में जाना जाता है। अमृतपाल सिंह मूल रुप से पंजाब में अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला है। वो वारिस पंजाब दे का प्रमुख है। यह वही संस्था जिसको एक्टर दीप सिंधु ने शुरू किया था। जिसकी पिछले साल सड़क हादसे में मौत हो गई। दीप के जान के बाद अमृतपाल सिंह चीफ बन गया। अमृतपाल करीब एक दशक तक वह विदेश में रहा है। बताया जाता है कि साल 2012 में वह दुबई काम करने गया था। बीते सितंबर 2022 को वह अपने देश भारत लौटा है। अमृतपाल सिंह आतंकवादी भिंडरावाले का अनुयायी होने का दावा करता है और पिछले कुछ महीनों में उसने विवादित भाषण दिए हैं। उन्होंने ब्रिटेन में रहने वाली एक अनिवासी भारतीय किरणदीप कौर से शादी की है।

क्या तलाश रही है पुलिस?

बीते फरवरी को अजनाला पुलिस ने अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान को अरेस्ट किया था। 23 फरवरी को खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े हजारों समर्थकों के साथ अमृतपाल सिंह ने अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इनके हाथों में बंदूकें और तलवारें थीं। इनके हमले से क्षेत्र की कानून-व्यवस्था तार-तार हो गई थी। इस हमले में आधा दर्जन पुलिसवाले घायल हुए थे। बैकफुट पर आई पुलिस को इनके दबाव के आगे लवप्रीत को कोर्ट में अर्जी देकर छुड़ाना पड़ा था। लवप्रीत की रिहाई के बाद ही अमृतपाल अजनाला क्षेत्र से निकला और इस दौरान वह खुलेआम कानून-व्यवस्था को चुनौती देता रहा। पढ़िए गिरफ्तारी की कोशिश के दौरान की पूरी कहानी…

 

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