सार

पंजाब पुलिस के घेरा डालते ही अमृतपाल खुद गाड़ी में बैठकर लिंक रोड से होते हुए भाग गया। पुलिस की करीब 100 गाड़ियां उसके पीछे लग गईं।

नई दिल्ली। चर्चित खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस अरेस्ट के करीब है। जालंधर के मैहतपुर में शनिवार को पहले उसके गिरफ्तारी की सूचना थी। अमृतपाल सिंह के 78 समर्थक अभी तक अरेस्ट किए जा चुके हैं लेकिन अभी भी वह भाग रहा है। राज्य में हालात न बिगड़े इसके लिए भारी मात्रा में पुलिस बल जालंधर क्षेत्र में तैनात कर दिया गया है। इंटरनेट को भी बंद कर दिया गया है। राज्य के फाजिल्का और मुक्तसर जिले में धारा 144 लगा दी गई। पुलिस यह गिरफ्तारी अजनाला थाना केस में करने वाली है। पुलिस ने अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए भारी फोर्स तैनात किए हैं। हालांकि, धारा 144 लगाने की वजह 19 और 20 मार्च को अमृतसर में होने वाला G20 देशों का सम्मेलन बताया जा रहा है।

कैसे हुई गिरफ्तारी?

अमृतपाल सिंह अजनाला थाना में हुई तोड़फोड़ व मारपीट के मामले में आरोपी बनाया गया था। अलगाववादी नेता अमृतपाल सिंह पर शनिवार को पंजाब पुलिस ने शिकंजा कसने की शुरूआत की। जालंधर के मैहतपुर में पहले उसे अरेस्ट करने की बात कही गई। उसके 78 साथियों को अरेस्ट करने की सूचना है। अमृतपाल के गिरफ्तारी की कोशिश उस समय की गई जब वह मोगा की ओर जा रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस की भनक लगते ही वह गाड़ी में बैठकर लिंकरोड की ओर जाने लगा। पुलिस भी भारी फोर्स के साथ उसके पीछे लग गई। करीब 100 गाड़ियों के साथ पुलिस ने चारों तरफ से घेर रही है। पहले बताया गया कि नकोदर एरिया में अरेस्ट कर लिया। लेकिन अभी भी वह भाग रहा है।

सैकड़ों निहंग नंगी तलवार और डंडा लेकर सड़कों पर उतरे

उधर अमृतपाल की गिरफ्तारी के विरोध में मोहाली में प्रदर्शन शुरू हो गया है। यहां चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर लगे इंसाफ मोर्चा में मौजूद लगभग 150 निहंग हाथों में नंगी तलवारें और डंडे लेकर सड़क पर उतर आए हैं। अमृतपाल के समर्थन में लोग रिहा करने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं। काफी संख्या में समर्थक चंडीगढ़ की ओर बढ़ चले हैं। एयरपोर्ट रोड को लोगों ने जाम कर दिया है। पंजाब पुलिस के जवानों को इनको काबू में करने के लिए पसीना छूट रहा। पुलिस लोगों को चारो ओर से घेरा डालकर शांति से नजर बनाए हुई है। मोहाली में शाम से एयरपोर्ट रोड जाम करके बैठे निहंगों के प्रदर्शन में भीड़ बढ़ती जा रही है जिसके बाद यहां रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के अलावा बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर भी तैनात कर दिया गया।

स्थिति न बिगड़े इसलिए कल तक इंटरनेट बंद

अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद राज्य के हालात न बिगड़े इसलिए पंजाब में रविवार सुबह 12 बजे तक इंटरनेट बैन कर दिया गया है। पंजाब सरकार के गृह मामलों और न्याय विभाग ने आदेश जारी कर बताया कि पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं सार्वजनिक सुरक्षा के हित में 18 मार्च (12:00 घंटे) से 19 मार्च तक निलंबित रहेंगी।

क्या है अजनाला थाना केस?

दरअसल, बीते फरवरी को अजनाला पुलिस ने अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान को अरेस्ट किया था। 23 फरवरी को खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े हजारों समर्थकों के साथ अमृतपाल सिंह ने अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इनके हाथों में बंदूकें और तलवारें थीं। इनके हमले से क्षेत्र की कानून-व्यवस्था तार-तार हो गई थी। बैकफुट पर आई पुलिस को इनके दबाव के आगे लवप्रीत को कोर्ट में अर्जी देकर छुड़ाना पड़ा था। लवप्रीत की रिहाई के बाद ही अमृतपाल अजनाला क्षेत्र से निकला और इस दौरान वह खुलेआम कानून-व्यवस्था को चुनौती देता रहा।

कौन है अमृतपाल सिंह

अमृतपाल सिंह, अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला है। करीब एक दशक तक वह विदेश में रहा है। बताया जाता है कि साल 2012 में वह दुबई काम करने गया था। बीते सितंबर 2022 को वह अपने देश भारत लौटा है। यहां वापस लौटने के बाद वह खालिस्तानी समर्थक दीप सिद्धू के संगठन 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख बन गया।