पंजाब की भगवंत मान सरकार पर बदले की कार्यवाही करने का आरोप लगा है। आरोप है कि पंजाब पुलिस ने सरकार के कहने पर एक न्यूज चैनल की पत्रकार को गिरफ्तार कर उन पर एससी-एसटी एक्ट लगाया है। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने मामले की निंदा की है।
जालंधर. पंजाब में भगवंत मान की आप सरकार पर बदले की कार्यावाही करने का आरोप लगा है। पंजाब पुलिस ने नवभारत टाइम्स नाऊ चैनल की पत्रकार भावना किशोर को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि भावना को एक एक्सीडेंट केस में गिरफ्तार किया गया है। इतना ही नहीं उस पर एससी-एसटी एक्ट भी लगाया है। जबकि हकीकत यह है कि वह गाड़ी नहीं नहीं चला रही थी और पर एक्सीडेंट का झूठा आरोप लगाया है। वहीं न्यूज चैनल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह ‘ऑपरेशन शीशमहल’ का बदला है। वहीं प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने इस मामले की निंदा की है।
पंजाब में पत्रकार के अधिकारों का खुलेआम उल्लंघन
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने पंजाब पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की निंदा की है और इसे पत्रकार के अधिकारों का खुलेआम उल्लंघन बताया है। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने कहा कि पुलिस ने पत्रकार को उसका काम करने से रोका। हमारी मांग है कि पत्रकार पर लगाए गए फर्जी आरोप तुरंत वापस लिए जाएं। मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मामले में हस्तक्षेप करें।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किया जमकर हमला
वहीं अब इस मामले लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। बीजेपी और कांग्रेस नेताओं ने अरविंद केजरीवाल और आप पार्टी पर जमकर हमला बोला है। रिपोर्टर भावना किशोर की गिरफ्तारी पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि पंजाब सरकार ने कानून का गलत इस्तेमाल करके पत्रकार पर कार्यवाही की है। न्यूज चैनल ने ऑपरेशन शीषमहल कर पंजाब सरकार का खुलासा किया और पुलिस ने सरकार के आदेश का पालन करते हुए कानून का गलत इस्तेमाल किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि चैनल जो प्रमाण दिखाकर सच दिखा रही है, यह उसी बदले की कार्यवाही है।
आप सरकार की मोहल्ला क्लिनिक का कवरेज करने गए थे पत्रकार
इस मामले को लेकर न्यूज चैनल के इडिटर इन चीफ नाविका कुमार का बयान भी सामने आया है। उन्होंने बताया कि भावना और मृत्युंजय कुमार और परमिंदर सिंह सीएम भगवंत मान और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की महत्वपूर्ण योजना मोहल्ला क्लिनिक के उद्घाटन कार्यक्रम में कवरेज करने के लिए लुधियाना गए थे। जिसका इनविटेशन खुद आम आदमी पार्टी ने पत्रकारों को भेजा था। लेकिन उनको गिरफतार कर लिया गया। बताया जाता है कि यह पत्रकार मोहल्ला क्लिनिक का सच दिखाते हुए एक शो चलाने वाले थे।