अरब देशों में अच्छा काम और पैसे के लालच में कई महिलाएं नरक की जिंदगी गुजार रही हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला खुलासा पंजाब की एक महिला ने किया है, जो बड़ी मुश्किल से वहां से अपने वतन लौट सकी है।
अमृतसर. अरब देशों में अच्छा काम और पैसे के लालच में कई महिलाएं नरक की जिंदगी गुजार रही हैं। कुछ शेखों के चंगुल से निकलने में सफल होती हैं, लेकिन अब भी बड़ी संख्या में वहां भारतीय महिलाएं फंसी हुई हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला खुलासा पंजाब की एक महिला ने किया है, जो बड़ी मुश्किल से वहां से अपने वतन लौट सकी है। वापसी की उड़ान में उन्हीं की तरह लगभग 12 भारतीय लड़कियां थीं, जो सुरक्षित घर वापस आ गईं।
ओमान में नरक सी जिंदगी गुजारकर जैसे-तैसे भारत लौटीं पंजाब की स्वर्णजीत कौर का दावा है कि जालंधर, होशियारपुर और अमृतसर सहित पंजाब की कई लड़कियां ट्रैवल एजेंटों द्वारा किए गए झूठे वादों के कारण ओमान के विभिन्न शहरों में नारकीय जीवन जी रही हैं।
स्वर्णजीत तौर अच्छी सैलरी के लालच में आकर दिसंबर 2022 से ओमान में फंसी हुई थीं। वे एक ट्रैवल एजेंट-सह-'तस्कर' द्वारा फंसाई गई थीं। लेकिन राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा किए गए प्रयासों के बाद वे 28 मार्च को भारत लौट सकीं। स्वर्णजीत कौर ने इसके लिए उन्हें धन्यवाद कहा। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरीं 41 वर्षीय स्वर्णजीत कौर ने बताया कि उन्हें ओमान में उसके एजेंट ने 80,000 रुपये में बेच दिया था। स्वर्णजीत कौर का दावा है कि ओमान में उनके जैसी कई बदनसीब महिलाएं हैं, जो अब भी वहां फंसी हुई हैं।
पंजाब के मोगा की रहने वालीं कौर के पति कुलदीप सिंह ने कहा कि ट्रेवल एजेंट उनकी पत्नी को दुबई में घरेलू काम दिलाने का झांसा देकर मस्कट ले गया था। कौर ने बताया कि तीन महीने पहले घर में आर्थिक तंगी के कारण मस्कट चली गई थीं। उसकी चार बेटियां और एक बेटा है। उन्होंने कहा कि उनके पति दिहाड़ी मजदूर हैं।
कौर ने कहा-"एजेंट द्वारा मुझे घरेलू नौकरानी के रूप में बेचे जाने के बाद मुझे कई घंटों तक घर का काम करने के लिए मजबूर किया गया। मैं बीमार पड़ गई और पंजाब लौटना चाहती थी, लेकिन ट्रैवल एजेंट ने ऐसा नहीं होने दिया। मेरे पास वापसी के टिकट के लिए पैसे नहीं थे। किसी तरह भारतीय दूतावास तक पहुंचने में सफल रहीं।"
सीचेवाल से उनके पति ने चंडीगढ़ के एक वकील गुरबीज सिंह के माध्यम से संपर्क किया था। मस्कट में भारतीय दूतावास के कर्मचारियों के अनुरोध पर सीचेवाल ने उन्हें एक टिकट भेजा, लेकिन भारतीय दूतावास ने उन्हें किन कारणों से वापस नहीं भेजा। सीचेवाल ने तब विदेश मंत्रालय (MEA) के साथ मामला उठाया। उन्होंने मस्कट में भारतीय दूतावास के कर्मचारियों के अनप्रोफेशनल बिहेवियर का उल्लेख करते हुए विदेश मंत्रालय को एक पत्र लिखा। सीचेवाल ने बताया कि जब उन्होंने इस मामले को विदेश मंत्री एस जयशंकर के सामने उठाया, तो उन्होंने तुरंत इस पर कार्रवाई की और स्वर्णजीत कौर को वापस लाने की व्यवस्था की।
सीचेवाल ने कहा कि पंजाब के गरीब परिवारों को उनकी खराब आर्थिक स्थिति का नाजायज फायदा उठाकर अरब देशों में ठगा जाता है। इन परिवारों को मोटी तनख्वाह वाली नौकरी का झांसा देकर लूटा जाता है। राज्यसभा सदस्य ने पंजाब सरकार से वैध लाइसेंस के बिना अवैध आप्रवासन का कारोबार करने वाले ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी अपील की है।
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