
बांरा (राजस्थान). बारां जिलो में दो युवकों ने सस्ते दाम पर कॉमर्शियल वाहनों यानी बस और ट्रक को बेचने का झांसा देकर 36 लाख रुपये की साइबर ठगी को अंजाम दिया। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है। ये युवक फेसबुक पेज और व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए विभिन्न राज्यों में लोगों को ठगते थे। आरोपी दीपक कुमार उर्फ दीपक मारवाड़ी माहेश्वरी और प्रदीप ओझा लूहार साइबर ठगी के मास्टरमाइंड माने जा रहे हैं।
पुलिस के अनुसार, आरोपी सोशल मीडिया पर वाहनों की आकर्षक तस्वीरें पोस्ट करते थे और बेहद सस्ती दरों पर उन्हें बेचने का दावा करते थे। जब कोई व्यक्ति इनसे संपर्क करता, तो ये एडवांस राशि के रूप में पैसे मांगते थे। पैसे मिलते ही ये लोग संपर्क तोड़ देते थे। इस तरह उन्होंने एक साल में विभिन्न राज्यों में सैकड़ों लोगों को ठगा।
ठगी का बड़ा आंकड़ा दीपक मारवाड़ी ने एक साल में लगभग 25 लाख रुपये की ठगी की है, जबकि प्रदीप ने सिर्फ एक महीने में 11 लाख रुपये उड़ा दिए। पुलिस ने प्रदीप ओझा के बैंक खाते में ठगी की गई 2 लाख रुपये की राशि को होल्ड कर लिया है। साइबर थाना और पुलिस अधीक्षक कार्यालय की साइबर सेल ने लंबे समय से इनकी गतिविधियों पर नजर रखी हुई थी। शिकायतों के आधार पर जांच शुरू की गई और शनिवार देर शाम को पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके बारे में पूरी जानकारी अब पूछताछ के बाद सामने आ रही है।
फिलहाल दोनों आरोपियों से और पूछताछ जारी है और पुलिस उनके ठगी के नेटवर्क और अन्य सहयोगियों का पता लगाने में जुटी है। एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि यह कार्रवाई साइबर शील्ड अभियान के तहत की गई। उन्होंने कहा कि लोगों को सोशल मीडिया पर दिए गए ऐसे सस्ते ऑफर्स से सतर्क रहना चाहिए।
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