रक्षाबंधन पर भाई-बहन ने एक-दूसरे को दिया तोहफा, एक साथ दोनों बन गए सब इंस्पेक्टर

Published : Aug 30, 2023, 11:43 AM ISTUpdated : Aug 30, 2023, 05:58 PM IST
Raksha bandhan news

सार

बाड़मेर के मेघवाल परिवार में इस बार रक्षाबंधन का त्यौहार दोगुनी खुशी लेकर आया है। इस बार यहां भाई और बहन ने एक साथ एसआई भर्ती में सेलेक्ट होकर एक-दूसरे को रक्षाबंधन गिफ्ट दिया है।

बाड़मेर। राजस्थान का रेगिस्तान कहे जाने वाले बाड़मेर जिले में रहने वाले मेघवाल परिवार में इस बार रक्षाबंधन के त्योहार की खुशियां दोगुनी हो गई हैं। रक्षाबंधन पर इस बार बहन और भाई दोनों ने एक-दूसरे को ऐसा तोहफा दिया है जो दोनों को जीवन भर याद रहने वाला है। ऐसा इसलिए कि इसबार रक्षाबंधन से कुछ दिन पहले ही दोनों को सब इंस्पेक्टर की जॉब मिली है। रक्षाबंधन के तुरंत बाद ही दोनों को पोस्टिंग भी मिलने वाली है। खास ये है कि बहन और भाई दोनों पहले ही प्रयास में सब इंस्पेक्टर के लिए सेलेक्ट हो गए हैं।

बच्चों की पढ़ाई में कमी नहीं छोड़ी
बाड़मेर जिले के एक गांव में रहने वाले बस चालक गोरखाराम मेघवाल काफी कम पढ़े-लिखे हैं लेकिन अपनी बेटी और बेटे की पढ़ाई में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। बेटी सुशीला ओर बेटा जितेन्द्र भी पिता की उम्मीद पर खरे उतरे और सब इंस्पेक्टर के पद के लिए उनका सेलेक्शन हो गया।

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2011 में शादी के बाद भाई की मदद से की तैयारी
साल 2011 में बेटी सुशीला की 12वीं पास करने के बाद ही शादी कर दी गई। जैसलमेर स्थित ससुराल में पढ़ने के लिए ज्यादा समय और माहौल नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में भाई जितेंद्र ने सुशीला की मदद की और पढ़ने के लिए हमेशा मोटिवेट करता रहा। इसका परिणाम ये रहा कि साल 2018 में सुशीला का तृतीय श्रेणी शिक्षक में सेलेक्शन हो गया। 

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कोरोना के दौरान बिना कोचिंग की पढ़ाई
कोरोना आया तो भाई ने बहन को एसआई भर्ती की तैयारी करने के लिए मोटिवेट किया। यही नहीं, उसे किताबें  और नोट्रस भी प्रोवाइड किए। बहन सुशीला ने भाई की मदद से बिना कोचिंग गए एसआई भर्ती की घर पर ही तैयारी की और पहले ही प्रयास में सेलेक्ट हो गई। अब उसे जल्द ही पोस्टिंग मिलने वाली है।

प्रथम श्रेणी शिक्षक बनने के बाद क्रैक की एसआई भर्ती
भाई जितेन्द्र भी बहन के साथ एसआई एग्जाम क्रैक कर लिया है और उसे भी जल्द ही पोस्टिंग मिल जाएगी। जितेन्द्र 8 साल से सरकारी नौकरी के लिए प्रयास कर रहा था। आरएएस भर्ती परीक्षा के फाइनल में जाकर उसे हार माननी पड़ी, लेकिन वह प्रथम श्रेणी शिक्षक बन गया। फिर उसे एसआई भर्ती के लिए तैयारी शुरू की और दिनरात पढ़ाई करने लगा। साल 2021 में करीब 850 पदों के लिए भर्ती निकली जिसके परिणाम हाल ही में आए हैं। बहन और भाई दोनों एक साथ पहले ही प्रयास में बिना कोचिंग एसआई के लिए सेलेक्ट हो गए हैं। अब दोनो को पोस्टिंग भी मिलने वाली है।

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