राजस्थान में खूंखार अपराधी लाखन सिंह जिंदगी और मौत के बीच की जंग लड़ रहा है। क्योंकि जिस गाड़ी में पुलिस अपराधी को लेकर जा रही थी वह रास्ते में पलट गई। अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। पूरे अस्पताल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
भरतपुर. यूपी नहीं इस बार गाड़ी पलटी है राजस्थान में....। राजस्थान पुलिस की। राजस्थान पुलिस की गाड़ी पलटने के कारण एक खूंखार अपराधी के गंभीर चोटें लगी है। उसके हाथों और पैरों में कई फैक्चर हैं और शरीर पर अन्य जगहों पर भी चोटें हैं। उसे ला रहे कुछ पुलिसवाले भी मामूली रुप से चोटिल हुए हैं। इस आरोपी को ला रही पुलिस की जीप देर रात भरतपुर जिले के कुम्हेर थाना इलाके में पलटी है। आरोपी लाखन सिंह पर सात लोगों को गोलियों से भूनने का आरोप है। जिसमें तीन सगे भाईयों की जान चली गई और चार अन्य लोग कई सप्ताह तक अस्पताल मे भर्ती रहे। मामले की जांच कुम्हेर थाना पुलिस कर रही है।
अस्पताल को पुलिस छावनी में बदल दिया गया
पुलिस अधिकारियों ने फिलहाल इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। बताया जा रहा है कि लाखन सिंह को हरियाणा के महेन्द्रगढ़ से अरेस्ट किया गया और उसे भरतपुर लाया जा रहा था। आज उसे कोर्ट में पेश करने की तैयारी थी, लेकिन इससे पहले कुम्हेर इलाके में देर रात उसे ला रही पुलिस जीप पलट गई। जीप में पांच पुलिसवाले बताए गए हैं। बताया जा रहा है कि उसके बाद लाखन सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल को पुलिस छावनी में बदल दिया गया है।
26 नवम्बर को नालों में खून ही खून बहा था भरतपुर में
दरअसल कुम्हेर थाना इलाके में सिकरौरा गांव में रहने वाले लाखन सिंह की अपने पड़ोसी गजेन्द्र सिंह से अच्छी दोस्ती थी। दोनो साथ बैठकर शराब पीते थे। लेकिन 24 नवम्बर 2022 को दोनो दोस्तों को झगड़ा हो गया। झगड़ा पंचायत तक जा पहुंचा। पंचायत ने दोनो को समझा दिया और अपने अपने घर भेज दिया। गजेन्द्र ने लाखन से बात करना बंद कर दिया। लाखन ने दुश्मनी पाल ली। उसने अपने परिवार के एक अन्य सदस्य के साथ जाकर 26 नवम्बर की रात गजेन्द्र सिंह के परिवार पर हमला कर दिया। तीन भाईयों समेत परिवार के सात लोगों को दर्जनों गोलियां मारी गई। उसके बाद आरोपी भाग गए। सात लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिनमें गजेन्द्र सिंह, उसके भाई समुंद्र सिंह और भाई ईश्वर सिंह की जान चली गई। परिवार में अब बच्चे और महिलाएं ही बचे हैं। इस हत्याकांड के बाद से पुलिस लाखन सिंह को तलाश रही थी, आखिर उसे हरियाण के महेन्द्रगढ से पकड लिया गया और अब वह अस्पताल में है।