
bundi shocking news : राजस्थान के बूंदी जिले से एक दर्दनाक मगर जागरूकता बढ़ाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक पिता ने अपने 12 वर्षीय बेटे को बंधुआ मजदूर के रूप में 10 महीने तक काम करने के लिए एक रिश्तेदार को सौंप दिया। लेकिन होशियारी दिखाते हुए बच्चा बूंदी रेलवे स्टेशन से भाग निकला और आखिरकार उसे बचा लिया गया।
जानकारी के अनुसार, लड़के के पिता ने गांव में एक धार्मिक अनुष्ठान के लिए 25 हजार रुपये की व्यवस्था करनी थी। आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने बेटे को रिश्तेदार को सौंप दिया, जिसने उसे बूंदी लाकर पॉप आर्ट मूर्तियां बनवाने के काम में लगा दिया।
फिर शुरू हुई राहत की प्रक्रिया 21 जून से बच्चा बूंदी में काम कर रहा था। उसे सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक बिना रुके मजदूरी करवाई जा रही थी। लेकिन बालक ने साहस दिखाया और 4 जुलाई को भागकर बूंदी रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां एक अजनबी से फोन लेकर उसने अपनी मां को कॉल किया।
समिति के सामने पेश जयपुर नियंत्रण कक्ष से सूचना मिलने पर बूंदी चाइल्डलाइन की टीम मौके पर पहुंची और बच्चे को सुरक्षित बचाया। उसे बाल कल्याण समिति (CWC) के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां पूछताछ में पूरी कहानी सामने आई। 30 हजार की आर्थिक सहायता, आरोपी पर मामला दर्ज बच्चे को तुरंत 30,000 रुपये की राहत राशि दी जाएगी। मानव तस्करी रोधी इकाई और श्रम विभाग की मदद से रिश्तेदार के खिलाफ बाल श्रम और किशोर न्याय अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
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