कलेक्टर टीना डाबी ने पाकिस्तानियों दी ऐसी जबरदस्त खुशी, छलक गए आंसू...

Published : Feb 23, 2025, 02:06 PM IST
Collector Tina Dabi

सार

राजस्थान के बाड़मेर में पाकिस्तान से आए चार विस्थापितों को भारतीय नागरिकता मिली। CAA के तहत मिली इस नागरिकता से उनके चेहरों पर खुशी और आंखों में आंसू थे। अब उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

बाड़मेर: राजस्थान के बाड़मेर जिले में प्रशासन द्वारा आयोजित विशेष शिविर में पाकिस्तान से आए चार विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई। इस मौके पर जिला कलेक्टर टीना डाबी ने नागरिकता प्रमाण पत्र सौंपते हुए उन्हें भारत के एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपनी भूमिका निभाने की शुभकामनाएं दीं।

कौन हैं ये नागरिक और क्यों मिली नागरिकता? 

भारत की नागरिकता प्राप्त करने वालों में गुड्डी बाई, जेतमाल सिंह, सवाई सिंह और लक्ष्मी बाई शामिल हैं, जो पिछले कई वर्षों से बाड़मेर में रह रहे थे। इनका कहना है कि भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के बाद अब वे खुद को पूरी तरह सुरक्षित और सम्मानित महसूस कर रहे हैं। नागरिकता मिलने पर इन लोगों की आंखों में आंसू आ गए और उन्होंने भारत सरकार और प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू

CAA के तहत मिल रही नागरिकता भारत सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की जा रही है। बाड़मेर प्रशासन ने हाल ही में कई शिविर आयोजित किए हैं, जहां नागरिकता प्राप्त करने के इच्छुक लोगों के आवेदन स्वीकार किए गए और प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया गया।

इन शरणार्थियों को मिली थी भारतीय नागरिकता

अब मिलेंगी बुनियादी सुविधाएं भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के बाद अब इन लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। नागरिकता प्राप्त करने के बाद विस्थापितों ने कहा कि अब वे एक सम्मानजनक जीवन जी सकेंगे और अपने बच्चों को बेहतर भविष्य दे सकेंगे। पिछले महीने भी 10 लोगों को मिली थी नागरिकता बाड़मेर जिले में यह पहली बार नहीं है जब विस्थापितों को नागरिकता दी गई हो। पिछले महीने भी 10 शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई थी। इसके अलावा, गणतंत्र दिवस के अवसर पर भी कुछ लोगों को नागरिकता मिली थी, जिसके बाद उन्होंने गर्व से अपने घरों पर तिरंगा फहराया।

बाड़मेर जिला प्रशासन के क्या हैं नियम

प्रशासन की पहल जारी रहेगी बाड़मेर जिला प्रशासन का कहना है कि आगे भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे ताकि और अधिक विस्थापितों को भारत की नागरिकता देकर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। प्रशासन का उद्देश्य सभी योग्य आवेदकों को नागरिकता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।

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