
भरतपुर. राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही अब 4 जून के इंतजार में है। जब लोकसभा चुनाव का परिणाम आने वाला है। इसी बीच राजस्थान में पिछले सरकार में मंत्री रह चुके विश्वेंद्र सिंह का नाम चर्चा में है। क्योंकि उन्होंने अपने भरण-पोषण के खर्च की मांग करते हुए एसडीएम ट्रिब्यूनल कोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश किया है।
पत्नी और बेटा मेरे साथ करते हैं मारपीट...
गहलोत सरकार में पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह भरतपुर के पूर्व राज परिवार के सदस्य हैं। इन्होंने वरिष्ठ नागरिक के रूप में भरण पोषण खर्च की मांग करते हुए अपनी पत्नी दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध के खिलाफ उपखंड ऑफिस के ट्रिब्यूनल कोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश किया है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि पत्नी और बेटा उनके साथ मारपीट करते हैं। और उन्हें भरपेट खाना भी नहीं मिल पाता इसलिए उन्होंने तंग आकर घर भी छोड़ दिया। ऐसे में पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने हर महीने 5 लाख रुपए और दो मकानों को खाली करवाने के लिए मांग की है।
पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह हार्ट के पेशेंट है...
वहीं इस मामले में उनके बेटे का कहना है कि उनके पास पिता द्वारा आर्थिक धोखाधड़ी और प्रॉपर्टी को गलत तरीके से बेचने के सबूत है जिसे जरूरत पड़ने पर वह पेश करेंगे। पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह हार्ट के पेशेंट है। उन्होंने शिकायत में लिखा है कि उन्हें लगातार दो बार कोरोना भी हुआ लेकिन उनकी पत्नी और बेटे ने भी उनकी कोई मदद नहीं की। आरोप है कि उन्हें लोगों से मिलने तक नहीं दिया जाता और उनके साथ मारपीट की जाती है। उन्हें कभी होटल में तो कभी कहीं और रहना पड़ता है। फिलहाल अब इससे पूरे मामले की जांच होने के बाद भी हकीकत पता चल सकेगी।
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