उदयपुर की 8 साल की कियाना परिहार ने शतरंज के खेल में 5 अंतर्राष्ट्रीय गोल्ड मेडल जीते हैं। जानें कैसे उसने अपने पिता से शतरंज खेलना सीखा और अब इंटरनेशनल लेवल पर चमक रही है।
उदयपुर. खेल के लिए एक कहावत हमेशा चली आती है कि जो जितना खेलेगा वह इतना ही ज्यादा परफेक्ट होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं राजस्थान में रहने वाली एक 8 साल की लड़की ने भले ही शतरंज का खेल कम खेला हो लेकिन वह इस खेल में इतनी परफेक्ट हो चुकी है कि अब बड़े-बड़े शतरंज के धुरंधरों को मात देती है। आज बात इंटरनेशनल शतरंज दिवस पर राजस्थान के उदयपुर की रहने वाली शतरंज खिलाड़ी कियाना परिहार की। जिसकी उम्र 8 साल है, लेकिन यह इंटरनेशनल लेवल पर 5 गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकी है। जिसने अपने पिता जितेंद्र से शतरंज खेलना सीखा।
रिसोर्ट में पिता को शतरंज खेलते देखा तो इंटरेस्ट बढ़ा
जब कियान 4 साल की थी तब वह और उसके परिवार के लोग कहीं घूमने गए थे तो वहां कुछ लोग एक रिसॉर्ट में शतरंज का खेल खेल रहे थे। इनमें कियाना के पिता जितेंद्र भी थे। पिता को शतरंज खेलते देखा बेटी ने भी शतरंज खेलने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद पिता ने अपनी बेटी को इस खेल की हर एक बारीकी सिखाई।
शतरंज की इन चैंपियनशिप में जीते मेडल
जब कोरोना आया तो कियाना और उसके पिता ज्यादातर समय शतरंज ही खेला करते। और देखते ही देखते कियाना ने इस खेल में महारत हासिल की। फिर कियाना ने दिसंबर 2023 में एशियन यूथ शतरंज चैंपियनशिप अंडर 8 गर्ल्स कैटेगरी में गोल्ड, एशियाई युवा रैपिड शतरंज चैंपियनशिप अंदर 8 कैटिगरी में गोल्ड और इसके अलावा कजाकिस्तान, जॉर्जिया सहित अन्य चैंपियनशिप में इंटरनेशनल लेवल पर मेडल जीते। इसके अलावा स्टेट लेवल पर होने वाले चैंपियनशिप में भी वह कई मेडल हासिल कर चुकी है।
यदि रेटिंग बढ़ी तो यंगेस्ट वुमन मास्टर बनेगी
कियाना की करंट फिडे रेटिंग 1572 है। यदि अगले 5 महीने में उसकी रेटिंग 1800 प्लस हो जाती है तो वह एशिया की यंगेस्ट वुमन कैंडिडेट मास्टर बन जाएगी। कियाना का कहना है कि वह आने वाले समय में मैगनस कार्लसन की वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहती है।