
Jaipur News : राजस्थान में बारिश के बाद एक नई मुसीबत ने पांव पसार लिए हैं। गांवों में रात को सोते हुए लोग रहस्यमयी मौत का शिकार हो रहे हैं। पिछले 10 दिनों में 8 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें अधिकतर की मौत नींद में ही हो गई, बिना किसी चीख-पुकार के।विशेषज्ञों का कहना है, यह जानलेवा हमले एक जहरीले जीव सांप के कारण हो रहे हैं।
सांप के हमलों में न्यूरो सिस्टम पूरी तरह फेल हो जाता है और इंसान लकवाग्रस्त हो जाता है। राजस्थान में करीब 350 तरह के सांप पाए जाते हैं , लेकिन इनमें से 10 ही जहरीले और बेहद जहरीले होते हैं।
राजस्थान में कोबरा सबसे खतरनाक माना जाता है, जो न्यूरोटॉक्सिन छोड़ता है। इसका ज़हर आंखों की रोशनी तक छीन लेता है और सांसों को जाम कर देता है।
रसेल वाइपर इतना खतरनाक होता है कि एक बार में 250 ग्राम तक ज़हर छोड़ सकता है। इसके काटने से शरीर सूज जाता है और चमड़ी तक फटने लगती है।
करैत का हमला सबसे चुपचाप होता है, यह केवल रात में सोते समय वार करता है। काटने पर न दर्द होता है, न जागने का समय मिलता है – मौत नींद में हो जाती है।
इन प्रजातियों में सिनैप्टिक न्यूरोटॉक्सिन और कार्डियोटॉक्सिन ज़हर पाया जाता है। यह जहर सिर्फ शरीर को नहीं, पूरे तंत्र को शून्य कर देता है। राजस्थान के गांवों और कस्बों में दहशत का माहौल है, लोग अलर्ट मोड में हैं।
भीलवाड़ा, बाड़मेर और जैसलमेर जैसे जिलों में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। ग्रामीण अब रात को सोने से डरने लगे हैं, चारपाइयों पर सोने की बजाय लोग ऊँचाई पर लेट रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि जन जागरूकता बढ़ाए, क्योंकि यह मौत दबे पांव आती है।
यह घटना असामान्य जरूर है, लेकिन यह साफ करता है कि आम लोगों को सांप के काटने के बाद क्या करना चाहिए, अगर आपको पता लग जाता है कि सांप ने काटा है तो सबसे पहले एम्बुलेंस को कॉल करें, फिर पास के किसी अच्छे डॉक्टर या अस्पताल जाएं। जिस व्यक्ति को काटा गया है उसे स्थिर रखें और उसे शांत रहने में मदद करें।सही जागरूकता न होने से मरीज और आसपास के लोग खतरे में पड़ सकते हैं।
आमतौर पर देखा जाता है कि 1 से 2 घंटे के भीतर सांप का जहर पूरे शरीर में फैल सकता है। हालांकि सांप का जहर चढ़ने में लगने वाला समय अलग-अलग कारकों पर निर्भर करता है। वह निर्भर करता है कि सांप की प्रजाति, जहर की मात्रा, और काटने की जगह पर…सांप काटने के बाद आधे घंटे से लेकर 6 घंटे के भीतर लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
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