राजस्थान में ये साल चुनावी साल है। अपनी कांग्रेस सरकार को रिपीट करने के लिए सीएम गहलोत आए दिन कोई ना कोई घोषणा करने रहते है। अब ताजा मास्टर स्ट्रोक मकान पट्टा लेने वालों के लिए चला है। सीएम ने लंबी फाइल की जगह एक डॉक्यूमेंट देने से ही काम हो जाएगा।
जयपुर. सीएम अशोक गहलोत इस बार चुनावी साल में एक के बाद एक बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं। इसी बीच सीएम अशोक गहलोत का एक और मास्टर स्ट्रोक जारी हुआ है। जिससे आम जनता को बड़ी राहत मिलने वाली है। इस घोषणा के जरिए अब राजस्थान में मकान का पट्टा बनवाने के लिए लंबी चौड़ी कोई फाइल तैयार नहीं करनी होगी बस केवल एक डॉक्यूमेंट देना होगा और कुछ दिनों में ही मालिक को पट्टा मिल जाएगा।
6 पेज के फॉर्म के बजाए बस एक डॉक्यूमेंट
आपको बता दें कि इससे पहले राजस्थान में पट्टे के लिए आवेदन करने के दौरान 6 पेज का एक फॉर्म भरना होता था। जिसमें करीब 4 दर्जन से ज्यादा अलग-अलग कॉलम होते थे। लेकिन अब सीएम अशोक गहलोत ने इसमें बदलाव किया है। हाल ही में नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने 'प्रशासन शहरों के संग अभियान' की संभाग स्तरीय कार्यशाला में इसकी जानकारी दी है। अब पट्टे के लिए एक ही फार्म में पंचायत प्रमाण पत्र, स्थल का फोटो, एवं नजरीय नक्शा लगेंगे। इसके साथ आपका स्थानीय निवासी होने का प्रूफ भी लगेगा। इसको जमा कर स्लिप मिलने पर ही काम हो जाएगा।
प्रशासन शहरों संग अभियान के तहत बटेंगे पट्टे
धारीवाल ने कहा कि सरकार ने शहरी क्षेत्र में नागरिकों को जल्द से जल्द आवासीय पट्टे मिले इसके लिए यह बदलाव करने की सोची है। अब जल्द ही इसे लागू भी कर दिया जाएगा। ऐसे में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वह प्रशासन शहरों के संग अभियान शिविरों में ज्यादा से ज्यादा भूधारकों को पट्टे जारी करे।
आपको बता दें कि राजस्थान में साल भर पट्टे वितरण का काम होता है। इसके अलावा सरकार प्रशासन शहरों के संग और प्रशासन गांवों के संग अभियान में भी पट्टे वितरित करती है। इसके तहत शहरी क्षेत्र में वार्डों में और ग्रामीण इलाकों में हर पंचायत पर यह शिविर आयोजित किए जाते हैं।
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