
Cyber Fraud News : राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) और जयपुर की जालूपुरा थाना पुलिस ने एक बड़ी साइबर ठगी को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है। नागपुर भेजे जा रहे एक संदिग्ध पार्सल को जब्त कर पुलिस ने अवैध बैंक दस्तावेजों, डेबिट कार्ड और सिम कार्ड से जुड़े सामान बरामद किए हैं। यह कार्रवाई AGTF के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन और उप महानिरीक्षक योगेश यादव व सिद्धांत शर्मा के निर्देशन में की गई।
AGTF को सूचना मिली थी कि पोलोविक्ट्री स्थित एक ट्रेवल्स एजेंसी से एक संदिग्ध पार्सल नागपुर भेजा जा रहा है। पुलिस टीम ने तत्काल दबिश देकर पार्सल की जांच की। ट्रेवल्स कर्मी ने इसे सामान्य दस्तावेज बताया, लेकिन जब टीम ने स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में पार्सल खोला, तो उसमें से बैंक ऑफ महाराष्ट्र की तीन असली पासबुक, तीन RuPay डेबिट कार्ड, इंडियन ओवरसीज बैंक के छह प्रीपेड कार्ड, चार मोबाइल सिम कार्ड के रैपर और कई बैंकों की बुकलेट्स मिलीं।
पुलिस को शक है कि गरीब और अनजान लोगों के नाम पर बैंक अकाउंट और मोबाइल सिम जारी कर इनका इस्तेमाल साइबर ठगी और अन्य अपराधों में किया जा रहा था। यह एक संगठित ठग गिरोह की हरकत हो सकती है जो राज्यों के बीच सक्रिय है। पार्सल नागपुर के विजय संडे नामक व्यक्ति के नाम बुक किया गया था।
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। अब पार्सल बुक कराने वाले, संबंधित मोबाइल नंबर, सीसीटीवी फुटेज और ट्रेवल्स के रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। टीम को उम्मीद है कि जल्दी ही मास्टरमाइंड तक पहुंच बना ली जाएगी।
इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में बनी टीम में उपनिरीक्षक माया मीणा, हेड कांस्टेबल हेमंत शर्मा, एएसआई बनवारीलाल समेत कई पुलिसकर्मियों की सक्रिय भूमिका रही। हेमंत शर्मा की गोपनीय सूचना इस कार्रवाई में निर्णायक साबित हुई।
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