राजस्थान में बारिश का तांडव: सड़क से घर तक पानी ही पानी, 25 साल का रिकॉर्ड टूटा...देखें डरावनी तस्वीरें
जयपुर. राजस्थान में तबाही मचा रहा बिपरजॉय तूफान। आधी रात के बाद शहर में घुसा बांध और नहर का पानी। प्रदेश के 25000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। कई कॉलोनियां रातों-रात खाली कराई। रेलवे को हुआ भारी नुकसान।
गुजरात के बाद राजस्थान में तूफान ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। सबसे ज्यादा नुकसान मेवाड़ क्षेत्र में हुआ है। मेवाड़ क्षेत्र में बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, जालौर, सिरोही जैसे कई जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। सबसे ज्यादा बारिश राजस्थान के हिल स्टेशन माने जाने वाले सिरोही जिले के माउंट आबू में हुई है। वहां पिछले 30 घंटों में 360 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
हालात यह है कि माउंट आबू और आबूरोड इलाके के आसपास के क्षेत्र में 3 दिन से लाइट नहीं है और वहां नजदीक से निकलने वाली सुकली नदी में जलस्तर करीब 5 फीट तक बढ़ गया है। लाइट नहीं होने के कारण लोगों के मोबाइल फोन बंद हो गए हैं , वह लोग मदद के लिए फोन भी नहीं कर पा रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार शिवगंज में 315 एमएम बारिश दर्ज की है।
बात बाड़मेर जिले की, बाड़मेर जिले में सबसे ज्यादा नुकसान दर्ज किया गया है। शुक्रवार शाम से बारिश का दौर लगातार जारी है। करीब 500 गांवों में बिजली आपूर्ति 2 दिन से ठप है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। करीब 700 से ज्यादा बिजली के पोल उखड़ गए हैं। इस कारण विद्युत सप्लाई भंग है। बाड़मेर जिला प्रशासन के अनुसार चौहटन , सेड़वा, धोरीमन्ना के कुछ इलाकों में रातों-रात जलस्तर 3 फीट तक बढ़ गया है ।
उधर जयपुर के मौसम विभाग के डायरेक्टर डॉ राधेश्याम शर्मा का कहना है कि तूफान के उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने की जानकारी मिल रही है ऐसे में देर शाम तक यह जयपुर , दौसा , टोंक जिले में भारी बारिश कर सकता है। सिरोही जिले के आबूरोड में मूर्थ्याला गांव के नजदीक बना हुआ एक पुल बह गया है। पिछले साल ही इसकी मरम्मत की गई थी।
इस साल तूफान के चलते हुई बारिश में पुल क्षतिग्रस्त हो गया और पूरा पानी कॉलोनियों में घुस गया है। उधर सिरोही में ही रेलवे लाइन भी कई जगह से क्षतिग्रस्त हुई है। इस कारण ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया है।
वही राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ इलाके में स्थित राम दरबार बांध में 8 इंच से ज्यादा पानी एक ही रात में आ गया है। कुछ घंटों के बारिश के बाद बांध छलक ने की तैयारी हो रही है। राजसमंद जिले से होकर गुजरने वाली गोमती नदी में पानी की आवक बेहद तेजी से बढ़ रही है। नदी अपने सामान्य स्तर से करीब 2 फीट ऊपर चल रही है। नदी के आसपास के क्षेत्र में लगातार 10 घंटे से बारिश का दौर जारी है।
जालौर जिले के सांचौर इलाके से होकर गुजरने वाले नर्मदा नहर का एक हिस्सा टूट गया है। इसके कारण आसपास की बस्तियों में कमर तक पानी भर गया है। सांचौर इलाके में आज सवेरे लेबर मिनिस्टर सुखराम विश्नोई ने कॉलोनियों का जायजा लिया जहां पानी भरने के कारण लोग परेशान नजर आए।
बात अब पाली जिले की पाली जिले में भी तूफान ने तबाही मचा रखी है। कई इलाकों में पिछले 8-10 घंटों से लगातार बारिश जारी है। पाली जिले के माताइ देवरी नदी में पानी का वेग अचानक बढ़ जाने के कारण नदी के बीच में टापू पर कुछ लोग फंसे हैं, उन्हें हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करने की तैयारी की जा रही है ।
बाड़मेर जिले के बाद जालौर जिले में भी बड़ा नुकसान हुआ है जालौर जिले के सांचौर इलाके के नजदीक नहर टूटने के कारण करीब 25000 लोगों को रात 2:00 बजे बाहर निकाला गया है और सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है । बताया जा रहा है कि घरों में करीब दो से ढाई फीट तक पानी भरा हुआ है और 2 किलोमीटर के एरिया में बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई है। उधर जोधपुर में भारी नुकसान की सूचना है । जोधपुर में कई जगहों पर पटरियों के नीचे से रेत निकल गई है ।इस कारण ट्रेनें डाइवर्ट कर दी गई है।