राजस्थान के जयपुर में लूटरों ने एक किराये की दुकान लेकर बैंक और ज्वैलरी शोरूम लूटने की तैयारी कर ली थी। अगर ये खुलासा नहीं होता तो निश्चित ही दो चार दिन में बड़ी लूट हो जाती।
जयपुर. आपने फिल्मों में देखा या पढ़ा होगा कि किस तरह से कई बार बैंक लूटने के लिए या जेल से फरार होने के लिए अपराधी सुरंग बनाते हैं। इसमें कई महीनो का समय लगता है, लेकिन वह अक्सर वारदात में सफल हो जाते हैं । इसी तरह का मामला राजधानी जयपुर में भी सामने आया है, लेकिन इसे पुलिस की किस्मत कहें या लुटेरों की बदकिस्मती यह घटना एक या दो दिन के अंतराल से चूक गई।नहीं तो जयपुर ही नहीं पूरे राजस्थान की सबसे बड़ी वारदात हो जाती।
विद्याधर क्षेत्र में बनाई लंबी सुरंग
दरअसल राजस्थान की राजधानी जयपुर में विद्याधर नगर थाना क्षेत्र में सब्जी मंडी स्थित है। यह सब्जी मंडी कई साल पुरानी है । सब्जी मंडी में फल और सब्जी दुकानदारों ने कई दुकानें ले रखी है । इन्हीं में माल भरा जाता है और माल बेचा जाता है । हर रोज माल से लदे हुए सैकड़ो ट्रक इन मंडी से गुजरते हैं।
6 लोगों ने ली किराये से दुकान
इस मंडी में करीब 6 महीने पहले एक दुकानदार से छह लोगों ने एक दुकान किराए पर ली । उनका कहना था कि वह फल और सब्जी का कारोबार करते हैं। उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। दुकान का किराया ₹11000 तय किया गया। शुरू के 2 महीने का किराया एडवांस भी ले लिया गया । किराए पर दुकान लेने वालों ने अपना नाम अनवर , सलमान बताया था । वह कुल 6 लोग थे।
फल सब्जियों के रखे कैरेट
किराए पर लेने के बाद दुकान में फल और सब्जियों के कुछ कैरेट रखे गए और कुछ गाड़ियां अक्सर दुकान के बाहर आकर खड़ी हो जाती थी । हर रोज 7 से 8 घंटे दुकान खोल और उसके बाद दुकान बंद कर दी जाती थी । आसपास के दुकानदारों को लग रहा था कि जिस तरह से अन्य दुकानें यहां पर चलती है, दुकानदार और व्यापारी आते हैं इस तरह से इसी दुकान पर भी काम हो रहा था।
मंगलवार को खुल गया राज
लेकिन आज सवेरे दुकान के पीछे की तरफ आलू से भरा हुआ एक ट्रक बड़े कारोबारी के यहां आया । ट्रक जैसे ही दुकान के नजदीक से गुजर वह खड्डे में धंस गया और पलट गया ।मौके पर अफरा तफरी मच गई । गनीमत रही कि साथ से में कोई घायल नहीं हुआ।
मौके पर पहुंची पुलिस
उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई । पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से ट्रक को मौके से हटाया । इस प्रक्रिया में करीब 2 से 3 घंटे का समय लगा , लेकिन इसी दौरान क्रेन का एक पहिया भी उसे जगह पर धंसने लगा। ऐसे में तुरंत क्रेन वहां से हटी और ट्रक को भी जैसे तैसे वहां से हटाया गया।
तभी एक व्यापारी ने बताया कि यहां पर एक सुरंग जैसा खड्ड़ा दिखाई दे रहा है, पुलिस ने नीचे झांक कर देखा तो पुलिस को रोशनी दिखाई दी । तुरंत बड़े अधिकारियों को सूचना दी गई । बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि यह खड्ड़ा नहीं सुरंग है जो काफी लंबी है। कुछ पुलिसकर्मियों को सुरंग के अंदर भेजा गया तो वहां पर लाइट जलती हुई मिली ।सीमेंट का स्ट्रक्चर मिला और इसके अलावा खाने-पीने का सामान भी मिला। अब तक पुलिस को यकीन हो चुका था कि यह सिर्फ एक खड्ड़ा नहीं इसके पीछे कोई बड़ी घटना और वारदात की तैयारी थी।
पीएनबी और एसबीआई की ब्रांच
पुलिस अधिकारियों ने जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला यह सुरंग उस दुकान तक पहुंच गई जिस दुकान को 6 महीने पहले किराए पर लिया गया था । उसके बाद तो जब सुरंग के अंदर जाकर देखा गया तो पता चला सुरंग तीन अलग-अलग रास्तों में बटी हुई है । इनके मुहाने पर पीएनबी और एसबीआई बैंक की ब्रांच है और तीसरी सुरंग के मुहाने पर ज्वेलरी शोरूम है। दुकान के डेढ़ सौ मीटर के अंदर दो बैंक और तीन ज्वेलरी शोरूम थे ।सुरंग उनके लगभग नजदीक तक पहुंच चुकी थी । सुरंग में जो भी मिट्टी निकलती थी उसे कट्टो में भरकर वही रख दिया जाता था और बाद में देर रात ठिकाने लगा दिया जाता था।
फर्जी दस्तावेज मिले
अब आरोपी फरार है और उनकी तलाश में छापे मारे जा रहे हैं । पुलिस को जो दस्तावेज मिले हैं पुलिस का मानना है कि यह दस्तावेज फर्जी है। आरोपी बरेली उत्तर प्रदेश के रहने वाले बताए जा रहे हैं । पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में जरूर लिया है, लेकिन आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है । हालांकि आलू के ट्रक ने बैंक और ज्वेलरी शोरूम का करोड़ों रुपए का माल लुटने से बचा लिया है।