
जैसलमेर. विश्व बैंक के अनुसार दुनिया में महिलाओं की कमाई पुरुषों की तुलना में करीब 30 प्रतिशत से ज्यादा कम है। भारत में भी कुछ ऐसे ही हालात होते जा रहे हैं। लेकिन राजस्थान में एक गांव ऐसा भी है जहां खेती जैसा काम भी महिलाएं ही करती है। इतना ही नहीं इसी काम में उनकी आए पुरुषों से ज्यादा या उनकी डबल है।यह गांव राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके जैसलमेर में स्थित मसूरड़ी है। यहां पुरुष तो महीने के 10 से 20 हजार रुपए कमाते हैं लेकिन यहां की महिलाएं वर्तमान में 30 से 35 हजार रुपए कमा रही है। करीब 100 परिवार इस गांव में रहते हैं। जिनमें करीब 235 पुरुष और 250 महिलाएं हैं।
कोरोना इनके लिए बन गया वरदान
पूरे देश में जब कोरोना महामारी फैली तो यहां की एक 45 साल की महिला पेंपोदेवी ने खड़ीन पद्धति से खेती करना शुरू किया। इसके बाद गांव के करीब 70 महिलाएं उनके साथ हो गई। जब उन्होंने खेती करना शुरू किया तो परिवार के लोग भी काफी नाराज हुए लेकिन यह महिलाएं पीछे नहीं हटी और आज इनका तैयार किया हुआ गेहूं 7 से 8 हजार रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है।
सुबह 4 बजे उठकर करने लगती हैं हार्ड-वर्क
यह सभी महिलाएं सुबह 4 बजे उठकर खेत में चली जाती है और इसके बाद दोपहर 2 बजे वापस लौटती है। खेती ही नहीं गांव की महिलाएं बारिश के पानी को भी संग्रहित करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग जैसी तकनीकों पर काम कर रही है। अब उनकी सफलता को देखकर गांव के पुरुष भी इनका सहयोग करने लगे हैं
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