योग गुरू बाबा रामदेव के खिलाफ धर्म विरोधी बयान देने के चलते शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसमें अब राजस्थान हाईकोर्ट ने योग गुरू को बड़ी राहत दी है। जिसने दर्ज कराई शिकायत उससे पूछा तो बोला- मुझे नहीं पता मेरे नाम से किसने की रिपोर्ट।
जोधपुर (jodhpur news). योग गुरु बाबा रामदेव के लिए राजस्थान से राहत भरी खबर है। राजस्थान में समुदाय विशेष के खिलाफ बयान देने के मामले में हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। यह लोग इसलिए लगाई गई है क्योंकि बाबा रामदेव के खिलाफ शिकायत करवाने वाला खुद शिकायतकर्ता ही पलट गया है जिस का कहना है कि उसे पता ही नहीं कि उसके नाम से बाबा रामदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किसने करवाया था।
मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय कह दिया था कुछ ऐसा
आपको बता दें कि करीब 1 महीने पहले बाबा रामदेव बाड़मेर जिले के 1 मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। यहां उन्होंने खुले मंच से कहा था कि मैं किसी की आलोचना नहीं करता हूं लेकिन कोई इस दुनिया में इस्लाम का तो कोई कसाई में बदलना चाहता है। उनसे पूछना चाहता हूं कि तुम बदलकर करोगे क्या। बाबा रामदेव ने खुले मंच से कहा था कि मुसलमानों के लिए इस्लाम का मतलब सिर्फ नमाज पढ़ो, फिर चाहे कुछ भी करो चाहे आतंकवादी बनो या हिंदुओं की लड़कियों को उठाओ कुछ भी करो।
बयान के बाद दर्ज हुई थी शिकायत
बाबा रामदेव के इस बयान को लेकर बाड़मेर के रहने वाले पठाई खान ने बाबा रामदेव के खिलाफ इस्लाम धर्म के खिलाफ बोलने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई। जिसमें उनका कहना था कि बाबा रामदेव ने इस्लाम धर्म और उसके अनुयायियों और आस्था रखने वालों के खिलाफ जानबूझकर ऐसा बयान दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच भी शुरू कर दी।
शिकायतकर्ता ने कहा- मैंने नहीं कि शिकायत
लेकिन इसी बीच अब शिकायतकर्ता ने मीडिया के सामने आकर बयान दिया है कि उन्हें पता भी नहीं कि उनके नाम से इस तरह की कोई एफआइआर भी दर्ज हुई है। मुझे तो मेरे वकील ने जमीन के मामले में बुलाया था। और कुछ पेपर्स पर मेरे साइन करवाए थे। अब मैं तो वकील के खिलाफ मामला दर्ज करवाऊंगा।
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