कोटा में कोचिंग कर डॉक्टर बनने आए एक युवक ने फांसी के फंदे पर लटककर जान दे दी है। वह उत्तरप्रदेश से आया था, कोटा में स्टूडेंट द्वारा सुसाइड का ये इस साल का पहला मामला है। जिसमें मंगलवार रात को स्टूडेंट ने होस्टल के रूम में फांसी लगाकर जान दे दी।
कोटा. उत्तर प्रदेश से राजस्थान के कोटा जिले में माता-पिता ने अपने बेटे को डॉक्टर बनने के लिए भेजा था। लेकिन उन्हें क्या पता था जो सफेद एप्रिन की जगह बेटा वापस सफेद कफन पहनकर लौटेगा। कोटा में फिर से एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया है। यह इस साल में पहला मामला है। इस घटना की जांच कोटा जिले की जवाहर नगर थाना पुलिस कर रही है।
होस्टल में रहता था स्टूडेंट
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार सामने आया कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का रहने वाला मोहम्मद जैद जवाहर नगर थाने में स्थित कंचन हॉस्टल में रह रहा था।मंगलवार को वह अपने कमरे में था। रात करीब 8 बजे के आसपास उसके कुछ साथी उसके कमरे में जाने के लिए वहां पहुंचे। उन्होंने दरवाजा खटखटाया लेकिन मोहम्मद ने दरवाजा नहीं खोला। उन्होंने तुरंत हॉस्टल संचालक को इसकी सूचना दी। हॉस्टल संचालक ने तुरंत पुलिस को जानकारी दी। पुलिस और हॉस्टल संचालक दोनों मौके पर पहुंचे और उसके बाद कमरा खुलवाया तो सामने मोहम्मद जैद की लाश लटक रही थी।
डॉक्टरों ने घोषित किया मृत
उसे तुरंत कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उसके पास से पुलिस को फिलहाल कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उसके शव को मुर्दाघर में रखवाया गया है। उसके साथियों ने पुलिस को बताया कि यह उसका सेकंड अटेम्प्ट होता, पहले अटेम्प्ट में वह पास नहीं हो सका था। लेकिन दूसरा अटेम्प्ट से पहले ही उसने खुद को हमेशा के लिए फेल कर लिया। मोहम्मद जैद की उम्र 19 साल थी। वह नीट की तैयारी कर रहा था। पिछले साल कोटा में 28 छात्रों ने जान दी थी, जो पूरे देश भर से डॉक्टर और इंजीनियर बनने के लिए कोटा आए थे। यह अब तक का सबसे बड़ा फिगर था।