कोटा में छात्र पढ़ाई के डिप्रेशन में आकर सुसाइड जैसे कदम उठा रहे हैं। इसी बीच कोटा से एक शॉकिंग खबर है, जहां एक छात्रा सुसाइड नोट लिखकर शहर से ही भाग गई। लिखा-मेरा मन भक्ति करने का है, मैं इसलिए वृंदावन गई थी। लेकिन पैरेंट्स मुझे पढ़ाना चाहते थे।
कोटा. राजस्थान के कोटा जिले से इस बार अच्छी खबर है। पुलिस, पुलिस और परिवार जिसे सुसाइड मानकर जांच पड़ताल कर रहा था वह छात्रा जीवित निकली। उसे परीक्षा नहीं देनी थी इस कारण परीक्षा से पहले वह कोचिंग से सीधे ही पंजाब चली गई । घटना राजस्थान की कोटा जिले की है और छात्र को पंजाब से पकड़ा गया है । वह पंजाब जाने से पहले कुछ दिन मथुरा रही और वहां से पंजाब चली गई।
सुसाइड नोट छोड़कर कोटा से लापता हुई छात्रा
पुलिस ने बताया कि अनंतपुर थाना इलाके में स्थित एक पीजी में रहने वाली 21 साल की तृप्ति सिंह 21 अप्रैल से लापता थी । वह कोचिंग जाने के लिए निकली थी , उसके बाद घर वापस नहीं लौटी। पीजी की मालकिन ने इस बारे में पुलिस को सूचना दी और कोचिंग संचालक को जानकारी दी । बाद में तृप्ति सिंह की जांच पड़ताल की गई तो पता चला उसने अपने कमरे में एक सुसाइड नोट छोड़ा है । इससे परिवार और पुलिस के पसीने छूट गए।
सुसाइड नोट मैं लिखा दो शब्दों से पुलिस ने खोल दिया पूरा राज
सुसाइड नोट पर पुलिस ने दो शब्द बड़े गौर से पढ़े। सुसाइड नोट के नीचे राधा और कृष्णा लिखा था । पुलिस ने परिवार से पूछताछ की तो पता चला तृप्ति सिंह कुछ दिन पहले मथुरा वृंदावन गई थी और वहां से वापस लौट आई थी। पुलिस ने मथुरा वृंदावन से तृप्ति सिंह की जांच पड़ताल शुरू की पता चला वह कुछ दिन वृंदावन में ठहरी थी। उसके बाद जानकारी मिली कि वह पंजाब चली गई । पुलिस की टीम पंजाब पुलिस के साथ मिलकर तृप्ति सिंह को तलाश रही थी। कल उसके बारे में जानकारी मिल गई उसे पंजाब से कोटा लाया गया है। परिवार भी पिछले 10 दिन से परेशान था , फिलहाल तृप्ति सिंह को उसके परिवार के साथ भेज दिया गया है।
5 मई से हैं नीट एक्जाम...उससे पहले गायब छात्रा
उल्लेखनीय है कि 5 मई से नीट परीक्षाएं शुरू हो रही है। कोटा जिले में देश भर से आने वाले बच्चे नीट परीक्षा पास करने के लिए कोचिंग करते हैं। लाखों बच्चे एक साथ परीक्षा दे रहे हैं। लेकिन परीक्षा से पहले दो बच्चे सुसाइड कर चुके हैं और तीसरी बच्ची सुसाइड करने की तैयारी में थी उसे परीक्षा नहीं देनी थी।