राजस्थान के कोटा शहर से पुलिस ने 13 वांछित चल रहे आरोपियो में तीन आरोपी गिरफ्तार किए। इसके पहले सोमवार के दिन भी कुछ आरोपी अरेस्ट कर लिए गए थे। इनके पास से 22 एटीएम कार्ड 11 लाख से ज्यादा कैश और करोड़ों रुपयों का हिसाब किताब मिला।
कोटा (kota news). राजस्थान में साइबर ठगी पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके चलते कुछ साइबर ठगों को मार्क किया गया था। इनको पकड़ने के लिए एडीजी क्राइम ने दिनेश एमएन की और इनाम घोषित किया गया था। इसी कड़ी में जयपुर के जवाहर सर्किल में वांछित चल रहे तीन साइबर ठगों को महावीर नगर थाना पुलिस की टीम द्वारा कोटा जंक्शन से पकड़ा। आरोपी कहीं रेलवे रूट का उपयोग कर भागने की फिराक में थे, उससे पहले ही थाना पुलिस ने तीनों को गिरफ्त में ले लिया। अग्रिम कार्रवाई के लिए इन्हें जयपुर पुलिस को सौंपा जाएगा।
इन साइबर ठगों को अरेस्ट किया गया
सिटी एसपी शरद चौधरी ने बताया कि भरतपुर के थाना नगर क्षेत्र में आरसी गांव निवासी साइबर ठग सियाराम गुर्जर (32), इसका भाई भीम गुर्जर ( 30) व मनसो गुर्जर (41) को पकड़ा गया है। इनके बारे में महावीर नगर थाने के एएसआई कुंवर सिंह को सूचना मिली की कुछ आरोपी राज्य छोड़कर भागने का प्रयास कर रहे है। इस पर एएसपी प्रवीण कुमार जैन व सीओ मुकुल शर्मा के सुपरविजन में एसएचओ परमजीत सिंह द्वारा कोटा जंक्शन पहुंच यात्रियों की अत्यधिक भीड़ में से भी इन्हें पहचाते हुए अरेस्ट किया।
इस मामले में वांटेड थे तीनों साइबर अपराधी
दरअसल 5 अप्रैल CID क्राइम ब्रांच की टीम ने थाना जवाहर सर्किल की सहायता से 22 विभिन्न कंपनियों के एटीएम कार्ड व 11.73 लाख रुपए समेत मालवीय निवासी अमर सिंह, महेंद्र सिंह और राम लखन को एटीएम से पैसे निकालते गिरफ्तार किया था। इन्होंने पूछताछ में एटीएम कार्ड सियाराम गुर्जर सियाराम गुर्जर से प्राप्त करना बताया था। सियाराम फर्जी आईडी से बैंक अकाउंट खुलवा विभिन्न तरीकों (सेक्सटॉर्शन, एक्सटॉर्शन जैसे क्राइम) से प्राप्त साइबर ठगी के रुपए इन अकाउंट में डलवाता था। आरोपी कमीशन के बदले इन फर्जी एटीएम कार्ड से पैसे निकाल कर देते थे।
मामले में थाना जवाहर सर्किल पर मुकदमा दर्ज किया गया। उल्लेखनीय है कि अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस क्राइम द्वारा इस गिरोह के 13 अभियुक्तों पर 15-15 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
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