राजस्थान सरकार और कोटा प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद भी कोटा में नीट स्टूडेंट् के सुसाइड करने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब फिर एक लड़की ने अपनी जान दे दी। मरने वाले छात्रों की संख्या एक साल में 26 हो गई है।
कोटा (राजस्थान). कोटा में मौत का कोटा पूरा नहीं हो रहा है। आत्महत्या के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस साल अब तक 25 सुसाइड हो चुके, कल रात फिर से एक सुसाइड हुआ है और अब संख्या बढकर 26 हो गई है। इस बार यूपी की एक छात्रा ने जान दे दी। बताया जा रहा है कि उसने जहर खाया है। उसके पिता ने कोचिंग संचालक के खिलाफ बेटी को सुसाइड के लिए उकसाने का केस दर्ज कराया है। केस की जांच विज्ञान नगर थाना पुलिस कर रही है।
मौत से पहले छात्रा ने सहेली को किया था मैसेज
प्रांरभिक जांच के आधार पर पुलिस ने बताया कि यूपी के महू की रहने वाली प्रियम सिंह विज्ञान नगर इलाके में एक कोचिंग में पढ़ती थी और वहीं पर किराये पर रहती थी। उसने कल दोपहर के बाद जहर खा लिया और उसके बाद अपनी एक सहेली को मैसेज किया। सहेली तुरंत वहां पहुंची और अन्य लोगों की मदद से प्रियम सिंह को अस्पताल लेकर गई। वहां जाने के बाद उसने दम तोड़ दिया। इस बीच प्रियम ने अपने पिता को भी कुछ मैसेज किए। पुलिस ने कहा कि प्रियम सिंह के पिता ने कोचिंग संचालक पर आरोप लगाए हैं।
पिता ने बताया कि आखिर बेटी नेट क्यों किया सुसाइड
पिता ने कहा कि बेटी होशियार पढाई में, इसीलिए ही उसे नीट की तैयारी करने के लिए कोटा भेजा था। लेकिन उसके किसी टेस्ट में कुछ नंबर कम आए तो कोचिंग संचालक उस पर दबाव बनाने लगे और उससे कहा कि कम नंबर वाले बच्चे हमें नहीं चाहिए, ज्यादा नंबर लाओ या फिर कोचिंग से बाहर जाओं। पिता का आरोप है कि कोचिंग संचालक दबाव बना रहे थे इस कारण बेटी ने सुसाइड कर लिया। इस साल कोटा में सुसाइड के केस बहुत तेजी से बढ़े हैं। सुसाइड रोकने के हर प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।