आरएसएसबी के अध्यक्ष बने मेजर जनरल आलोक राज, पहली बार सेना के रिटायर्ड अफसर को गहलोत सरकार ने दी बड़ी जिम्मेदारी

राजस्थान स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड को नया अध्यक्ष मिल गया है। आरएसएसबी का नया अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज को बनाया गया है। गहलोत सरकार ने पहली बार सेना के रिटायर अफसर को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है।

 

जयपुर. राजस्थान के 50 लाख से ज्यादा बेरोजगारों के लिए बड़ी खबर है। सात से आठ बड़ी सरकारी भर्ती परीक्षाओं का इंतजार कर रहे युवाओं को अब जल्द ही भर्ती की तारीखें मिलने वाली हैं। सरकारी भर्ती कराने वाली एजेंसी राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड यानी आरएसएसबी को मेजर जनरल आलोक राज के रूप में नया अध्यक्ष मिल गया है। पहली बार सरकार ने सेना के एक रिटायर्ड अफसर को यह अहम जिम्मेदारी दी है। देर रात ही गहलोत सरकार ने इसे लेकर आदेश जारी किए हैं। 

ये काम करती है आरएसएसबी
दरअसल राजस्थान में दो एजेंसियां हैं जो नियमानुसार सरकारी भर्ती परीक्षाएं कराती हैं। इनमें आरपीएससी और आरएसएसबी शामिल हैं। दोनों ही एजेंसियों में पिछले कई महीनों से काफी गड़बड़ चल रही है। या तो भर्ती की तारीखें नहीं आ रही हैं और या फिर भर्तियों में नकल के चलते पेपर रद्द कर दिए जा रहे हैं।

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मेजर जनरल आलोक राज एक माह पहले हुए हैं रिटायर 
आरएसएसबी (RSSB) के अध्यक्ष ने करीब एक महीने पहले पद छोड़ दिया था। इससे लाखों बेरोजगार परेशान थे। अब इस पद पर मेजर जनरल आलोक राज को लाया गया है। अलोक राज से पहले हरी प्रसाद शर्मा आरएससबी के अध्यक्ष थे। उन्होनें अपने कार्यकाल के दो महीने पहले ही पद से इस्तीफा दे दिया था।

50 लाख से अधिक युवाओं ने इन परीक्षाओं के भरे हैं फॉर्म
कर्मचारी चयन आयोग सरकारी भर्ती परीक्षाएं आयोजित कराता है। वर्तमान में आयोग को सूचना सहायक भर्ती, कनिष्ठ लेखाकार और तहसील राजस्व लेखाकार भर्ती, संविदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता भर्ती, संविदा नर्सेज भर्ती, संगणक भर्ती, पर्यवेक्षक भर्ती, कृषि पर्यवेक्षक भर्ती सुपरवाइजर भर्ती समेत अन्य भर्तियां करानी हैं। इसके लिए 50 लाख से ज्यादा बेरोजगार युवकों ने फार्म भरे हैं।

सिख लाइट इन्फैंट्री की पहली बटालियन में कमीशन थे मेजर आलोक राज
आलोक राज भारतीय सेना में 37 वर्ष से अधिक समय तक सेवाएं दे चुके हैं। जून 1983 में सिख लाइट इन्फैंट्री की पहली बटालियन में कमीशन हुए थे। इसके साथ ही यूएन सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में अंगोला में विदेशी मिशन के साथ काम किया है। कई बड़े पदक वे अपने नाम कर चुके हैं। 

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