कांग्रेस पार्टी ने अलवर ग्रामीण से विधायक और पूर्व मंत्री टीकाराम जूली को राजस्थान विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष बनाया है। टीकाराम राजस्थान विधानसभा के इतिहास के पहले दलित नेता हैं, जिनका चयन नेता प्रतिपक्ष के पद पर चयन किया गया है ।
जयपुर. राजस्थान में 19 जनवरी से विधानसभा का नया सत्र शुरू होने जा रहा है। विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस पार्टी में आखिर नेता प्रतिपक्ष का चयन कर ही लिया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को बनाया गया है । जो दलित नेता है और राजस्थान से विधायक हैं । वह सचिन पायलट के करीबी नेता माने जाते हैं । वहीं गोविंद सिंह डोटासरा जिन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की चर्चा जोरों पर थी, वह अभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बने रहेंगे।
राजस्थान विधानसभा के इतिहास के हैं पहले दलित नेता
भारतीय नेशनल कांग्रेस ने अभी कुछ देर पहले इस बारे में लेटर जारी किया है। टीकाराम जूली राजस्थान विधानसभा के इतिहास के पहले दलित नेता हैं, जिनका चयन नेता प्रतिपक्ष के पद पर चयन किया गया है । टीकाराम जूली अलवर ग्रामीण सीट से तीसरी बार विधायक बने हैं । गहलोत सरकार में वह राज्य मंत्री भी बनाए गए थे ।
टीकाराम जूली तीन बार विधायक और एक बार मंत्री रहे
सचिन पायलट और उनके खास मित्र भंवर जितेंद्र सिंह से उनकी खासी नजदीकी हैं। बताया जा रहा है उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के लिए भंवर जितेंद्र सिंह ने ही दिल्ली में उनकी लाबिंग की है। टीकाराम जूली तीन बार विधायक रहे हैं और एक बार मंत्री रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष को राजस्थान में वह तमाम सुविधाएं दी जाती है जो किसी कैबिनेट मिनिस्टर को मिलती है।