गुजरात में फैले चांदीपुरा वायरस से हाहाकार मचा है। यहां 6 बच्चों की मौत हो चुकी है। अब इस वायरस की एंट्री राजस्थान में हो चुकी है। जिसके चलते पहली मौत उदयपुर जिले में हुई है।
उदयपुर. गुजरात से सटे हुए राजस्थान के उदयपुर जिले में चांदीपुरा वायरस की मौजूदगी के बाद अब स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट मोड पर है । राजस्थान का उदयपुर जिला हो या आसपास के अन्य जिले सभी जिलों में सर्वे शुरू कर दिया गया है । अकेले उदयपुर में ही ढाई हजार से ज्यादा घरों में यह सर्वे किया जा चुका है और सर्वे की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है । अभी 13 गांव का सर्वे किया गया है , पूरे उदयपुर के ग्रामीण क्षेत्र की स्क्रीनिंग की जा रही है ।
उदयपुर में भी चांदीपुरा वायरस से मौत
दरअसल उदयपुर के खेरवाड़ा थाना क्षेत्र में स्थित बलीचा गांव में घर के पास हंसते खेलते 3 साल के बच्चे को अचानक दौरा पड़ा । उसके हाथ पैर टेढ़े होने लगे और उसने दम तोड़ दिया ।यही हालत 5 साल की बच्ची की थी , उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है । बलीचा गांव के नजदीक ही बावलवाड़ा गांव में यह बच्ची रहती है और अब इन दोनों गांव के अलावा नजदीक के 11 अन्य गांवों को मिलाकर ढाई हजार घरों का सर्वे किया जा चुका है । गुजरात से राजस्थान स्वास्थ्य विभाग को चांदीपुरा वायरस को लेकर चिट्ठी भी भेजी गई है ।
उदयपुर के इन गांव में तैनात हुए डॉक्टर
उदयपुर जिले के सीएमएचओ डॉक्टर शंकर बामनिया ने कहा कि गुजरात से सटे हुए उदयपुर के खेरवाड़ा , बलीचा और अन्य गांव में डॉक्टरों की तैनाती कर दी गई है । बच्चों के डॉक्टर एवं स्टाफ के अलावा डिप्टी सीएमएचओ यह पूरा काम देख रहे हैं । जिस बच्चे की मौत हुई है , उसके माता-पिता की ट्रैवल हिस्ट्री जुटा रहे हैं। जिन घरों का सर्वे किया जा रहा है , वहां सामान्य खांसी जुकाम के मरीजों के अलावा फिलहाल चांदीपुरा वायरस के बारे में कोई अपडेट नहीं है।
बच्चे की मौत बनी हुई है रहस्य
उदयपुर के डिप्टी सीएमएचओ डॉक्टर अंकित का कहना है कि 3 साल के जिस बच्चे हिमांशु खराड़ी की मौत हुई है , उसके परिवार के बारे में जानकारी सामने आई है कि परिवार एक महीने से कहीं बाहर नहीं गया। गांव में ही अपने रूटीन काम निपटाए हैं । हिमांशु खुद भी एक महीने से कहीं नहीं गया फिर भी यह वायरस कैसे आया और उसकी कैसे मौत हुई , इसके बारे में फिलहाल जानकारी कर रहे हैं।
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