
जयपुर. राजस्थान की विधानसभा शमशान घाट के नजदीक स्थित है। कहा जाता है कि इस विधानसभा में कोई बड़ा रहस्य है। जिसके कारण यहां अभी तक 200 विधानसभा सीट होने के बावजूद भी एक साथ 200 विधायक कभी नहीं बैठे, कभी यहां किसी विधायक की मौत हो जाती है या फिर कोई अन्य कारण हो जाता है। ऐसा ही इस बार भी हुआ, यहां 199 सीटों पर ही चुनाव हुए। हालांकि एक सीट पर जनवरी माह में चुनाव होंगे। राजस्थान में सौहलवीं विधानसभा का सत्र प्रारंभ हुआ तो हवामहल विधायक गदा और नारियल लेकर पहुंचे।
विधानसभा शुरु होते ही अपशगुन की चर्चा
राजस्थान की नई सरकार ने आज से विधिवत काम शुरू कर दिया है। आज से सोलहवीं विधानसभा का नया सत्र शुरू हो गया है और विधायकों को शपथ दिलाने का काम शुरू कर दिया गया है। आज और कल दो दिन के लिए विधानसभा का सत्र चलेगा और इस दौरान विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। लेकिन विधानसभा की शुरुआत होते ही वही अपशगुन फिर से चर्चा में है।
अभी तक 200 विधायक नहीं बैठे एक साथ
दरअसल राजस्थान की विधानसभा का जब से निर्माण हुआ है तब से यह एक संयोग सा बना हुआ है कि कभी भी ज्यादा समय तक एक साथ दो सौ विधायक विधानसभा में नहीं बैठ सके। हर बार किसी न किसी विधायक की मौत होती चली गई और हमेशा 199 या 198 विधायक ही रह गए। इस बार भी वही हुई। इस बार तो चुनाव से पहले ही प्रत्याशी ने दम तोड़ दिया। इस कारण 199 सीट पर चुनाव हुए हैं और फिर 199 विधायक ही विधानसभा पहुंच सके हैं। 200वीं विधानसभा सीट पर अगले महीने की पांच तारीख को चुनाव होना है।
हनुमानजी की गदा और नारियल लेकर
इस बीच पहली बार चुनाव जीतने वाले महंत बाल मुकुंदाचार्य आज जब विधानसभा पहुंचे तो वहां गदा और नारियल लेकर आए। वे जयपुर की हवामहल विधानसभा सीट से पहली बार चुनाव लड़े हैं और पहली बार ही जीत दर्ज कर ली। वे हनुमान जी के परम भक्त हैं और हनुमान जी के सिद्ध मंदिर में महंत है। उन्होनें कहा कि गदा शौर्य का प्रतीक है और नारियल शुभता का प्रतीक है।
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