राजस्थान में एक तरफ पुजारी प्रोटेक्शन बिल की मांग हो रही है। वहीं दूसरी ओर बूंदी जिले से दिल दहला देने वाली खबर आई है। यहां एक प्राचीन मंदिर के पुजारी की हत्या कर दी गई। पुजारी को तलवार से काटकर कई टुकड़े कर दिए।
बूंदी. राजस्थान के बूंदी जिले से बड़ी खबर है। राजस्थान में पुजारी प्रोटेक्शन बिल की मांग के बीच एक और पुजारी की हत्या कर दी गई है। पुजारी को दस दिन पहले मंदिर में काट डाला गया था तलवारों से। दस दिन से इलाज चल रहा था लेकिन कई ऑपरेशन करने के बाद भी जान नहीं बच सकी और देर रात पुजारी की मौत हो गई। इस घटना के बाद अब पूरे जिले में सरकार के खिलाफ रोष है। पुजारी प्रोटेक्शन बिल की मांग को लेकर कुछ दिन पहले भी सरकार को ज्ञापन दिया गया था।
प्राचीन मंदिर के पुजारी थे राजू प्रजापत
जिस पुजारी की हत्या की गई है उनका नाम राजू प्रजापत है और वह सरकारी मंदिर में पुजारी थे। दरअसल बूंदी जिले के हिंडौली इलाके में सथूर कस्बे में माता का एक अति प्राचीन मंदिर है। माता के मंदिर का नाम रक्त दंतिका मंदिर है। मंदिर में करीब दस तोला सोने के जेवर और करीब बारह किलो से ज्यादा चांदी के जेवर थे। दस दिन पहले मंदिर के पुजारी राजू प्रजापत, राम और नवरतन, तीनों मंदिर के पास ही कमरे में सो रहे थे। इस दौरान देर रात को आए लुटेरों ने तीनों को तलवारों से काट डाला।
तलवार से काटकर कर दिए कई टुकड़े
राजू ने विरोध किया तो राजू को कई जगहों से काट दिया गया। इस घटना के बाद से अब तक पुलिस को लुटेरों का सुराग नहीं मिला है। वहीं राजू की मौत की सूचना आज बूंदी पहुंची है तो वहां लोगों में सरकार के खिलाफ गुस्सा है। पिछले दो साल के दौरान राजस्थान में करीब एक दर्जन से भी ज्यादा पुजारियों की निर्मम तरीकों से हत्या की जा चुकी है।