राजस्थान में पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद ही देर रात सीएम अशोक गहलोत ने सभी को 100 यूनिट फ्री बिजली की घोषणा कर दी। इस बयान के बाद अब नेता प्रतिपक्ष ने सीएम को घेरा। अपने बयान में कहा- पीएम दौरे के बाद ही क्यों की घोषणा।
जयपुर (jaipur news). बुधवार 31 मई की रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनावी साल में आमजन के लिए एक और बड़ी घोषणा की। सीएम ने राजस्थान के सभी परिवारों के लिए 100 यूनिट बिजली फ्री कर दी। जिसका मतलब बिजली यूनिट के अलावा अन्य कोई स्थाई शुल्क भी नहीं लगेगा। वही सीएम अशोक गहलोत ने 200 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले परिवारों के लिए 100 यूनिट बिजली फ्री और अगले 100 यूनिट बिजली पर किसी भी तरह का अतिरिक्त शुल्क न लेने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद अब राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासी जुबानी जंग का युद्ध शुरू हो चुका है।
सीएम गहलोत ने राजस्थान में की फ्री बिजली यूनिट की घोषणा
सीएम अशोक गहलोत की घोषणा के बाद आज सुबह भाजपा के नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बड़ा निशाना साधा है। सीएम के खिलाफ राठौड़ ने कहा है कि प्रधानमंत्री के दौरे के बाद ही मुख्यमंत्री को यह घोषणा करने की क्या सूझी और रात को ही उन्होंने आनन-फानन में घोषणा क्यों कि। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट करते हुए कहा है कि सरकार के अब 6 महीने बचे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री को बीते साडे 4 साल में यह सब कुछ याद तो नहीं आया। राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि यह वही सरकार है जिसने बीते 4 सालों में जनता से सबसे ज्यादा बिजली यूनिट की राशि के अलावा अतिरिक्त चार्ज वसूलाहै।
नेता प्रतिपक्ष ने दी राजस्थान सरकार पर बकाया कर्ज की जानकारी
राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि सरकार और बिजली कंपनियों के करीब 15 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि बकाया है। सरकार यह तो चुका नहीं रही है और फिर एक के बाद लोक लुभावनी घोषणाएं कर रहे हैं। जिनका कोई मतलब नहीं है इससे प्रदेश की जनता पर आर्थिक भार ही बढ़ने वाला है। राठौड़ ने कहा है कि सीएम अशोक गहलोत इन मुफ्त घोषणाओं की बजाए राजस्थान में बिजली का तंत्र मजबूत करने की बात करें क्योंकि राजस्थान में हालात यह है कि करीब 5 से 6 घंटे तक के ग्रामीण इलाकों में बिजली की कटौती हो रही है।
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