राजस्थान के इतिहास में 50 साल में सबसे ज्यादा बारिश: धौलपुर से सीकर तक सब पानी-पानी

Published : Aug 01, 2025, 10:42 AM ISTUpdated : Aug 01, 2025, 11:02 AM IST
heavy rain in rajasthan

सार

Heavy Rain Alert IN Rajasthan : राजस्थान में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। प्रदेश की सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सेना और SDRF कई जगह रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।

Rajasthan Weather Forecast Today : राजस्थान भारी बारिश की चपेट में है। जुलाई माह में हुई मूसलाधार बारिश ने पिछले 69 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पूरे प्रदेश में जलभराव, बाढ़ जैसे हालात और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। चंबल, पार्वती, लूणी सहित प्रमुख नदियां उफान पर हैं और कई जिलों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। बता दें कि इससे पहले राजस्थान में 1956 के जुलाई के महीने में सबसे ज्यादा 308mm बारिश दर्ज की गई थी।

धौलपुर में मिनी ट्रक बाढ़ में डूबा

शुक्रवार को धौलपुर जिले के मनियां थाना क्षेत्र के रानोली रपट पर एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां तेज बहाव के बीच एक मिनी ट्रक पार्वती नदी में बह गया। ट्रक में सवार ड्राइवर और क्लीनर लापता हो गए हैं, जबकि मजदूर और ठेकेदार को किसी तरह बच लिया गया है। स्थानीय पुलिस और SDRF की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हैं।

नागौर जिले का NH-458 तीसरी बार बंद

नागौर जिले के जसनगर में लूणी नदी के जलस्तर बढ़ने के चलते प्रशासन को लगातार तीसरी बार नेशनल हाईवे-458 को बंद करना पड़ा है। सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं, जिससे नागौर का पाली और ब्यावर से संपर्क कट गया है।

झुंझुनू, सीकर, बीकानेर, श्रीगंगानगर में अलर्ट जारी

वहीं, मौसम विभाग ने झुंझुनू, सीकर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ समेत कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। सुरक्षा को देखते हुए 1 और 2 अगस्त को इन जिलों के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं।

सेना, NDRF और SDRF की टीमें कर रहीं रेस्क्यू

बारिश से बढ़े खतरे, आर्मी और NDRF राहत कार्य में धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। सेना, NDRF और SDRF की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य कर रही हैं। पार्वती बांध के 4 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे 4401 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। निवाई की डिल नदी में फंसे 11 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।

राजस्थान के सभी बांध खतरे के ऊपर

राजस्थान हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से प्रदेश से सभी बांध ओवरफ्लों हो चुके हैं। बीसलपुर, गुढ़ा, पांचना और कोटा बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बीसलपुर से 48,000, गुढ़ा से 7,340 और कोटा बैराज से 28,893 क्यूसेक जल छोड़ा गया। करौली के पांचना बांध से जलनिकासी फिलहाल घटा दी गई है।

अगस्त के पहले सप्ताह कैसा रहेगा राजस्थान का मौसम?

मौसम विभाग का अनुमान है कि 2 अगस्त को कुछ राहत मिलेगी, लेकिन 3 से 6 अगस्त के बीच जयपुर, अजमेर, कोटा और भरतपुर संभाग में फिर भारी बारिश हो सकती है। राज्य में इस बार जुलाई में औसतन 285 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो सामान्य से 77% अधिक है। 

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