Rajasthan Sthapna Diwas 2025: 76 साल बाद फिर बना दुर्लभ संयोग! राजस्थान दिवस और नवरात्रि एक साथ

सार

Run for Rajasthan program: राजस्थान दिवस पर प्रदेशभर में धूम! 76 साल बाद नवरात्रि के पहले दिन यह पर्व, जयपुर में खास आयोजन। सीएम ने दी शुभकामनाएं, 'रन फॉर राजस्थान' में उमंग!

Rajasthan Diwas 2025 celebration: 30 मार्च 2025 को पूरे राजस्थान में राजस्थान दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस साल यह दिन और भी खास बन गया है क्योंकि 76 साल बाद फिर से यह चैत्र नवरात्रि के पहले दिन पड़ा है। जब 1949 में राजस्थान की स्थापना हुई थी, तब भी नवरात्रि का पहला दिन था, और अब इतने वर्षों बाद यह दुर्लभ संयोग बना है।

राजस्थान दिवस 2025: प्रदेशभर में भव्य आयोजन

राजधानी जयपुर में अल्बर्ट हॉल पर शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शामिल होंगे। इस दौरान शानदार आतिशबाजी भी होगी, जो राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाएगी।

Latest Videos

यह भी पढ़ें: मारा, जलाया और फिर किए शव के छह टुकड़े… राजस्थान में दिल दहला देने वाली वारदात!

सीएम भजनलाल शर्मा ने दी शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने X (ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट करते हुए प्रदेशवासियों को नव संवत्सर विक्रम संवत 2082 और राजस्थान दिवस की बधाई दी। उन्होंने लिखा:

“प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि यह नया वर्ष नई उमंग, नए संकल्प और नवीन आशाओं के साथ सभी के जीवन को सुख-समृद्धि और आरोग्यता से अभिसिंचित करे।”

‘रन फॉर राजस्थान’ और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन

आज सुबह राजस्थान के विभिन्न जिलों में ‘रन फॉर राजस्थान’ का आयोजन किया गया, जिसमें युवाओं और अधिकारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इसके अलावा, प्रदेश के संग्रहालयों और ऐतिहासिक स्थलों पर भी विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी X हैंडल पर पोस्ट कर सभी को हिंदू नव वर्ष और राजस्थान दिवस की बधाई दी।

जयपुर में रंगीन रोशनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम

शाम को जयपुर के अल्बर्ट हॉल, हवा महल और अन्य ऐतिहासिक इमारतों को रंगीन लाइटों से सजाया जाएगा। इस दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी, जो राजस्थान की कला, संगीत और परंपराओं को प्रदर्शित करेंगी। राजस्थान दिवस 2025 का यह ऐतिहासिक संयोग प्रदेशवासियों के लिए गर्व और उल्लास का विषय बन गया है। लोग अपने राज्य की गौरवशाली संस्कृति और परंपराओं का उत्साहपूर्वक जश्न मना रहे हैं।

यह भी पढ़ें: गांव में घुसे भूत-पिशाच और चुड़ैल, जमीन से निकल रहे कंकाल, घर छोड़कर भाग रहे लोग

About the Author

Akshansh Kulshreshtha

अक्षांश कुलश्रेष्ठ एक अनुभवी पत्रकार हैं और इस क्षेत्र में 4 साल से अधिक समय से कार्यरत हैं। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता और जनसंचार की डिग्री पूरी की, जहां उन्होंने उत्तर प्रदेश की राजनीति, अपराध की कहानियों और स्वास्थ्य और जीवन शैली पर फीचर लेखों में गहरी रुचि विकसित की। वर्तमान में, वह एशियानेट हिंदी के साथ काम कर रहे हैं, जहां वह अपने रिपोर्टिंग कौशल को निखारना जारी रखते हैं। डिजिटल मीडिया मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव और सोशल मीडिया मार्केटिंग पेशेवर के रूप में उनके अनुभव ने ऑनलाइन ब्रांडिंग, कंटेंट प्रमोशन और दर्शकों की सहभागिता में उनकी क्षमताओं को तेज किया है। अक्षांश पारंपरिक पत्रकारिता को आधुनिक डिजिटल रणनीतियों के साथ जोड़ते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि उनका काम पाठकों के लिए प्रभावशाली और जानकारीपूर्ण बना रहे।Read More...
Share this article
click me!

Latest Videos

'संभल, ज्ञानवापी, मथुरा की मस्जिदें...' Waqf Act पर फिर बरसे Asaduddin Owaisi , BJP पर साधा निशाना
'ममता बनर्जी उक्सा रहीं…' West Bengal CM Mamata Banerjee पर BJP नेता Shazia Ilmi का निशाना