राजस्थान की राजनीति में हर बार पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सेंटर में रहती हैं। उनका राजनीतिक ग्राफ बहुत ऊंचा है। वो पांच बार सांसद, चार बार विधायक रही हैं। लेकिन अब उन्होंने रिटायर होने के संकेत देकर सियासी हलकों में नई चर्चाएं छेड़ दी है।
जयपुर. वसुंधरा राजे.... वर्तमान में राजस्थान भाजपा का सबसे बड़ा नाम। वे पांच बार लगातार सांसद रहीं हैं, चार बार विधायक रहीं हैं और दो बार सीएम रह चुकी हैं। इस बार फिर से चुनाव लड़ रहीं हैं और आज नामाकंन भर दिया है। लेकिन इससे पहले राजनीति से सन्यास को लेकर जो बयान दे दिया वह सबके दिलों दिमाग पर छा रहा है। कल एक सभा के दौरान उन्होनें जो बयान दे दिया वह वायरल भी हो रहा है।
वसुंधरा राजे के बयान से राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म
दरअसल वसुंधरा राजे झालावाड़ से चुनाव लड़ती आई हैं और जीतती आई हैं। इस बार फिर से वहीं नामांकन किया है। लेकिन कल झालावाड़ में एक सभा के दौरान उन्होनें जो बयान दिए वे वायरल हो रहे हैं। उन्होनें कहा कि अब मैं राजनीति से रिटायर हो सकती हूं, मेरे पुत्र सांसद साहब आपकी सेवा करेंगे। अब मुझे उनके पीछे पड़ने की जरूरत नहीं हैं आप लोगों ने ही उन्हें सब सिखा दिया है। पूर्व सीएम के इन बयानों के बाद अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म हो गए हैं। पूर्व सीएम के रिटायरमेंट के प्लान को कई सीनियर नेता आपदा में अवसर की तरह देख रहे हैं। उनकी उम्र 70 साल से ज्यादा है।
सबसे बड़ा सवाल आखिर ऐसा क्यों बोल पूर्व सीएम ने.......
वसुंधरा राजे ने कहा कि जब 1989 में मैने पहली बार झालावाड़ से पर्चा दाखिल किया था उस समय यहां कोई सुविधा नहीं थी, अब हम यहां मेडिकल कॉलेज तक ले आए हैं। बड़ी सुविधाएं बढ़ रही हैं। झालावाड़ की जनता के आशीर्वाद से मैं विदेश मंत्री तक रही हूं। उन्होनें कहा कि बेटा आपके आशीर्वाद से चार बार से सांसद है और लगातार सेवा कर रहा है। इन बयानों के कई सियासी मायने लगाए जा रहे हैं। विरोधियों का कहना है कि यह चुनाव में सहानूभूति जीतने की कोशिश है। ताकि जनता ज्यादा से ज्यादा वोट करे और वे फिर से चुनाव जीत जाएं।